बिहार उपचुनाव में NDA और राजद-कांग्रेस की राह मुश्किल करेंगे चिराग, वैकल्पिक सिंबल को दिल्ली में डटे
Bihar politics बंगला जब्त होने के बावजूद चिराग पासवान बिहार विधानसभा की दोनों सीटों (तारापुर व कुशेश्वरस्थान) पर प्रत्याशी उतारेंगे। दूसरे चुनाव चिह्न पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी चल रही है। कार्यकर्ताओं से विमर्श किया जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, पटना : बंगला जब्त होने के बावजूद चिराग पासवान बिहार विधानसभा की दोनों सीटों (तारापुर और कुशेश्वरस्थान) पर प्रत्याशी उतारेंगे। दूसरे चुनाव चिह्न (सिंबल) पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी चल रही है। कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श किया जा रहा है। 48 घंटे में सब कुछ तय हो जाएगा। चिराग दिल्ली में डटे हैं। रविवार को चिराग के पटना आने का कार्यक्रम और संसदीय बोर्ड की होने वाली बैठक को टाल दिया गया है।
चिराग पासवान ने दिल्ली में बुलाई कोर कमेटी की बैठक
चिराग ने अपनी कोर कमेटी की दिल्ली में बैठक बुलाई है, जिसमें वैकल्पिक सिंबल पर अंतिम फैसला लिया जाएगा और फिर चुनाव आयोग को अवगत कराया जाएगा। दिल्ली रवाना होने से पहले चिराग के करीबी और पार्टी के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने बताया कि उप चुनाव में लोजपा पूरी मजबूती से उतरेगी। लोजपा के मैदान में उतरने से ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के जदयू उम्मीदवारों की हार पक्की है। अगले दो दिनों में दूसरे सिंबल और उम्मीदवारों के नाम तय होंगे। तारापुर से 10 और कुशेश्वरस्थान से 12 उम्मीदवारों के आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस पर फैसला पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक में होगा और फिर चयनित उम्मीदवारों के नाम की अनुशंसा पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान से की जाएगी।
पारस-चिराग के दावे के बीच लोजपा सिंबल जब्त
उल्लेखनीय है कि लोजपा दो फाड़ हो चुकी है। एक गुट का नेतृत्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस कर रहे, जबकि दूसरे गुट की अगुवाई चिराग पासवान। पार्टी के छह में से पांच सासंदों ने टूट के बाद पशुपति कुमार पारस को अपना नेता मान लिया था। दोनों गुटों ने बंगाल पर अपना दावा किया था, लिहाजा चुनाव आयोग ने उस चुनाव चिह्न को जब्त कर दिया। अब चिराग बिहार में एनडीए और राजद-कांग्रेस के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारने की बात कर रहे हैं। जिसको लेकर दिल्ली में डटे हुए हैं।