Coronavirus Patna Update: चार हजार के पार गया कोरोना का आंकड़ा, मिले 130 नये संक्रमित
बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को कोरोना के कुल मामले चार हजार के पार हो गए। आज जारी दो दिनों की रिपोर्ट में 130 नये संक्रमित मिले हैं।
पटना, जेएनएन। बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा चार हजार के पार हो गया है। पटना कोरोना पॉजिटिव मिलने के मामले में टॉप पर बना हुआ है। रोज यहां मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने एक साथ दो दिनों की कोरोना जांच रिपोर्ट जारी की। इसमें 20 जुलाई को 69 तो 19 को 61 नए संक्रमित मिले। इस तरह से 130 नये संक्रमित पटना में मिले। राजधानी में कोरोना के कुल मामले 4024 हो गए हैं। इनमें से 1936 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं जबकि 2012 लोगों को इलाज चल रहा है। बिहार में कोरोना के कुल मामले 28564 हो गए हैं। कोरोना से पटना में अबतक 30 अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है।
एक दिन पहले पीएमसीएच के तीन डॉक्टर समेत 193 की रिपोर्ट पॉजिटिव
इसके पहले राजधानी में सोमवार को पीएमसीएच के तीन डॉक्टर व 11 कर्मचारी समेत कुल 193 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे। सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि पीएमसीएच के 14, डिफेंस कॉलोनी के दो, एनएमसीएच के आठ स्टाफ, सीओ ऑफिस के 9, बिग अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के दो, दारोगाराय पथ के दो, लोकायुक्त कार्यालय के 8, एनटीपीसी के पांच लोग संक्रमित पाए गए। वहीं नवादा के सिविल सर्जन एम्स में भर्ती कराए गए हैं जबकि छपरा के कोरोना संक्रमित सिविल सर्जन को यहां लाया जा रहा है।
अब दवा से बुखार ठीक नहीं होने पर होगी कोरोना जांच
सर्दी- खांसी व बुखार होते ही कोरोना की आशंका पर जांच कराने के लिए पहुंच रहे लोगों को अब मायूस लौटना पड़ेगा। सिविल सर्जन ने निर्देश दिया है कि जिन लोगों का बुखार दवा खाने से नहीं उतरेगा, उनकी ही कोरोना जांच कराई जाएगी। इसके अलावा जो लोग कोरोना संक्रमित के सीधे संपर्क में होंगे यानी घरवालों की ही जांच की जाएगी। सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने कहा कि सामान्य दवा से ठीक नहीं होने वाले बुखार होने पर इसलिए जांच की जाएगी कि ताकि कोरोना होने पर उनका सही उपचार किया जा सके। अब सर्दी-खांसी या बुखार आते ही कोरोना है कि नहीं की पुष्टि कराने वाले आशंकितों की जांच नहीं की जाएगी। हर जांच केंद्र पर निर्धारित संख्या में एंटीजन रैपिड किट भेजी जा रही है। डॉक्टर मरीजों का परीक्षण करने के बाद ही जांच के लिए प्रिस्क्राइब करेंगे। ऐसे में बेवजह जांच केंद्रों पर लोग भीड़ नहीं लगाएं।