Coronavirus Patna: एम्स में पांच आशंकित, सर्दी-खांसी की दवा खरीदने वाले 481 पर नजर
राजधानी में दो दिन पहले मिली महिला संक्रमित की स्वजनों की रिपोर्ट निगेटिव आने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है। उसके संपर्क में आए अन्य की तलाश जारी है।
पटना, जेएनएन। खाजपुरा निवासी कोरोना संक्रमित 32 वर्षीय महिला के पति, ससुर और दस वर्ष से कम उम्र के पुत्र-पुत्री समेत संपर्क में आए 12 लोगों की जांच रिपोर्ट रविवार को निगेटिव आ गई है। सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने इसकी पुष्टि की। इधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिस रिक्शे से महिला ईएसआइ अस्पताल गई थी उसके चालक की, घर आकर बाल काटने वाले नाई और राजीव नगर में जहां उसका पति अक्सर रुकता था, उस घर के पांच समेत आठ और लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। इन आठ लोगों को भी क्वारंटाइन किया गया है। पुलिस और जिला प्रशासन की टीम अब भी महिला के संपर्क में आए अन्य लोगों की शिनाख्त में लगी है।
तीन किमी के दायरे में स्थित सभी घर किए गए सैनिटाइज
रविवार की सुबह आठ बजे से ही संक्रमित के घर के तीन किलोमीटर के दायरे में स्थित हर घर को सैनिटाइज करने का काम शुरू हो गया है। नगर निगम की टीम क्षेत्र में चूने का भी छिड़काव कर रही है। यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ समेत अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के लोगों ने हर घर का सर्वे कर स्क्रीनिंग की।
सर्दी-खांसी होने पर रात तीन बजे घर से भाग निकला पड़ोसी
स्थानीय लोगों ने बताया कि संक्रमित महिला से तीन घर दूर रहने वाले एक व्यक्ति के घर के एक सदस्य को सर्दी-खांसी की शिकायत थी। इससे घबराकर वह रात तीन बजे ही परिवार के साथ गायब हो गया। हालांकि, पुलिस को सूचना मिलने पर तीन घंटे की मशक्कत के बाद सभी को ढूंढ़ लिया गया। सोमवार को उन्हें क्वारंटाइन करते हुए जांच कराई जाएगी। हालांकि कोई हंगामा न हो इसलिए पुलिस ने सभी को एस्कॉर्ट कर एंबुलेंस को क्षेत्र से बाहर निकलवाया।
एम्स में 55 की स्क्रीनिंग, पांच पाए गए आशंकित
एम्स पटना में रविवार को 53 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें से पांच लोगों को आशंकित पाया गया। इन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर नमूना जांच के लिए भेजा गया है। नोडल अधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि एम्स के आइसोलेशन वार्ड में रविवार शाम तक 10 लोग भर्ती थे।
सर्दी-खांसी की दवा खरीदने वाले 481 की हुई स्क्रीनिंग
कोरोना वायरस के आशंकित लोगों की पहचान को गत आठ दिन से सर्दी-खांसी की दवा खरीदने वालों की निगरानी की जा रही है। अब तक 481 ऐसे लोगों की स्वास्थ्य विभाग ने स्क्रीनिंग की है। हालांकि, सभी सामान्य सर्दी-खांसी के ही रोगी मिले। सभी से कोई अन्य लक्षण सामने आने पर बताने को कहा गया है।
जिलाधिकारी कुमार रवि ने कोरोना और सर्दी-खांसी के समान लक्षणों को देखते हुए आशंकितों की पहचान के लिए सर्दी-खांसी की दवा खरीदने वालों का डाटा तैयार करने का औषधि विभाग को निर्देश दिया था। इसके बाद से औषधि विभाग हर दिन सर्दी-खांसी और बुखार की दवा खरीदने वालों का डाटा नियंत्रण कक्ष और सिविल सर्जन कार्यालय को मुहैया करा रहा था। स्वास्थ्य विभाग के लोग इनकी फोन पर स्क्रीनिंग कर आशंकितों की पहचान कर रहे हैं। वहीं हर दिन का डाटा उपलब्ध कराने से दवा दुकानदार परेशान है। उनके संगठन ने इस बाबत कई बार आपत्ति भी जताई है।