Coronavirus Patna Update: NMCH और IGIMS की नर्सों के संक्रमित होने से बढ़ी दहशत
राजधानी में एक संक्रमित महिला की मौत के साथ जिले में नौ नए मामले सामने आए हैं। इनमें दो नर्स व एक 20 दिन का बच्चा कोरोना पॉजिटिव मिला है।
पटना, जेएनएन। राजधानी में कोरोना संक्रमितों के मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। बुधवार को एक संक्रमित महिला की मौत के साथ जिले में नौ नए मामले सामने आए हैं। इनमें बिहार में पहली बार 20 दिन की एक बच्चा कोरोना की चपेट में आया है। यह बच्चा परिवार के साथ दिल्ली से लौटी है और क्वारंटाइन सेंटर में हैं। बच्चे के अलावा एनएमसीएच और आइजीआइएमएस की एक-एक नर्स और बेलछी, खुशरूपुर से एक-एक और बाढ़ से दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। पटना में ही बीएमपी 14 के दो जवानों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। बीएमपी से दो नये मामले मिलने के बाद संक्रमित जवानों की संख्या 22 हो गई है। पटना में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 99 हो गई है।
इस बीच खुसरूपुर नया इलाका कोरोना की जद में आया है। यहां 16 वर्षीय युवक कोरोना का शिकार हुआ है। इसके अलावा दो युवक बाढ़ और दो बेलछी प्रखंड के निवासी हैं। बेलछी के संक्रमितों में पिता के साथ 20 दिन का पुत्र भी शामिल है। बुधवार को 24 बीएमपी जवानों समेत कुल 36 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
संक्रमित साथी की मदद की थी आइजीआइएमएस की नर्स ने
आइजीआइएमएस की 26 वर्षीय जिस नर्स की बुधवार को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है, वह स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में कार्यरत है। उसने पूर्व में संक्रमित पाई गई अपने ही विभाग की एक गर्भवती नर्स के इलाज में मदद की थी। इसके बाद उसे होम क्वारंटाइन पर भेज दिया गया था। मंगलवार को उसका नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था। बताते चलें कि जहां यह नर्स रहती है, वह आवासीय परिसर पहले से ही प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित है।
बाढ़ के संक्रमितों की लापरवाही एनएमसीएच की नर्स को पड़ी भारी
कोरोना अस्पताल एनएमसीएच के सर्जरी विभाग की जो नर्स कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, वह रविवार रात भर्ती कराए गए बाढ़ के छह कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आई थी। बताया जा रहा है कि रात में बाढ़ के कुछ संक्रमित बिना मास्क लगाए उससे कुछ पूछने आए थे। बिना मास्क वहां आने और घूमने पर उसने उन्हें फटकार भी लगाई थी। आशंका होने पर मंगलवार को जांच के लिए सैंपल दिया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। एनएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ. गोपाल कृष्ण ने बताया कि नर्स आशियाना-दीघा रोड की निवासी है। उसकी नौ और सात साल की दो पुत्री हैं। नर्स को एनएमसीएच आकर भर्ती होने के लिए कहा गया है। नर्स का कहना है कि वह मास्क लगाकर ही ड्यूटी करती थी और घर आने पर परिवार से अलग दूसरे कमरे में रहती थी।