Coronavirus Patna Update: IGIMS में लिवर का इलाज कराने आई महिला निकली कोरोना पॉजिटिव
राजधानी में कोरोना संक्रमित की संख्या 42 हो गई है। एक दिन पहले यानी बुधवार को तीन की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
पटना, जेएनएन। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) की राजाबाजार निवासी नर्सिंग अफसर और नौबतपुर निवासी सफाईकर्मी समेत बुधवार को तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। तीसरी महिला पालीगंज की है और वह लिवर रोग का उपचार कराने के लिए आइजीआइएमएस के गैस्ट्रो विभाग में चार दिन से भर्ती थी। वहीं एनीस्थीसिया विभाग के बोरिंग रोड निवासी डॉक्टर भी आशंकित हैं, हालांकि, अपर्याप्त नमूना बता गुरुवार को दोबारा जांच की जाएगी। तीन नए रोगियों के साथ पटना में कोरोना संक्रमितों की संख्या 42 हो गई है।
संक्रमित टीबी रोगी के संपर्क में आई थीं नर्स व सफाईकर्मी
बताते चलें कि नर्सिंग अफसर और महिला सफाईकर्मी दोनों एमडीआर टीबी वार्ड में कार्यरत थीं। उन्होंने कोरोना संक्रमित पाए गए एमडीआर टीबी रोगी के कमरे की सफाई की थी। इसके बाद प्रबंधन ने संपर्क में आए लोगों के तहत उनका नमूना लेकर जांच को भेजा था। बुधवार को दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 30 डॉक्टरों, नर्सिंग अफसर, सफाई कर्मचारियों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।
भागे सारण के संक्रमित के संपर्क में आए थे डॉक्टर
15 अप्रैल को गैस्ट्रो-सर्जरी विभाग में भर्ती सारण का जो 60 वर्षीय संक्रमित रिपोर्ट आने के पहले भाग गया था, उसकी जांच एनीस्थीसिया विभाग के इन्हीं चिकित्सक ने की थी। अर्याप्त नमूना होने के बावजूद उनकी रिपोर्ट में माइल्ड स्ट्रेन का इफेक्ट पाया गया है। हालांकि, वह पॉजिटिव हैं कि नहीं यह गुरुवार को ही स्पष्ट होगा।
आइजीआइएमएस बचाने को सघन जांच जरूरी
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि आइजीआइएमएस जैसे संस्थान के कर्मचारियों के संक्रमित होने पर वहां की सघन जांच कराई जानी चाहिए। संपर्क में आए डॉक्टरों, कर्मचारियों व मरीजों की विस्तृत सूची बनाकर जांच कराना जरूरी है। आशंकित डॉक्टर को होम क्वारंटाइन पर रहने को कहा गया है। वहीं पालीगंज के कर्णपुरा गांव को रात में ही सील कर उन्होंने महिला के 12 स्वजनों के नमूने लेने और महिला को एनएमसीएच में भर्ती कराने की बात कही।
IGIMS से संक्रमित हुई महिला व दो साल का मासूम
पालीगंज निवासी महिला के पति ने बताया कि उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। वह विगत एक माह से लिवर रोग से पीडि़त थी और चार-पांच दिन पहले आइजीआइएमएस में भर्ती कराई कराई गई थी। वहीं आइजीआइएमएस की जो सफाईकर्मी बुधवार को पॉजिटिव पाई गई है, वह नौबतपुर की ही निवासी है। बताते चलें कि दो साल दो माह के जिस मासूम की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वह भी नौबतपुर का ही है। आशंका जताई जा रही है कि हो सकता है कि सफाईकर्मी से ही उस बच्चे को संक्रमण लगा हो। बच्चे के माता-पिता और मामा की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। सिविल सर्जन ने नौबतपुर की सफाईकर्मी और मासूम बच्चे के संपर्क की हिस्ट्री खंगालने की बात कही है।
नौबतपुर में तीन दिन में दूसरा केस, 20 लोग आए संपर्क में
थानांतर्गत महराजगंज बंगला में बुधवार को दूसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से सनसनी फैल गई। जिला प्रशासन ने गांव को सील कर दिया है जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला को पटना ले गई है। महिला गांव से ही हर दिन काम करने आइजीआइएमएस जाती थी। 23 अप्रैल तक लगातार काम करने के बाद वह 24 अप्रैल को जांच के लिए सैंपल देने गई थी। वह 20 से अधिक लोगों के संपर्क में आई थी, प्रशासन उनकी शिनाख्त कर रही है। बताते चलें कि तीन दिन पहले ही शंभूकुडा गांव में दो वर्ष दो माह मासूम कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
राजाबाजार बना 12 कंटेनमेंट जोन
राजाबाजार की आश्रम गली निवासी आइजीआइएमएस की नर्सिंग अफसर के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद डीएम ने राजाबाजार को पटना जिले का 12 कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। इसके पूर्व खाजपुरा, आदर्श कॉलोनी पटेल नगर की गली नंबर पांच, सुल्तानगंज की मेवा साव लेन, फुलवारीशरीफ की पंडित जी गली और बिड़ला कॉलोनी, रुपसपुर थानांतर्गत मीठापुर का मानसरोवर अपार्टमेंट, नौबतपुर का शंभूपुर, मंसापुरी मछली गली, अशोक टॉवर मछली गली, बेलीरोड बीपीएससी के पीछे का स्लम एरिया, न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी की रोड नंबर एक को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया था।