Coronavirus Patna: संक्रमित मृतक के संपर्क में आए 121 में से 65 की रिपोर्ट आई निगेटिव
राजधानी में एक दिन पहले वैशाली के युवक की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। मृत कोरोना पॉजिटिव पटना के 121 लोगों से मिला था। इसमें 65 की रिपोर्ट निगेटिव है बाकी की जांच चल रही है।
पटना, जेएनएन। वैशाली के कोरोना संक्रमित जिस युवक की शुक्रवार को पटना एम्स के आइसोलेशन वार्ड में मौत हुई, उसका शुरुआती उपचार करने वाले चार डॉक्टर और दो अस्पतालकर्मियों को होम क्वारंटाइन किया गया है। 14 मार्च को जब वैशाली का युवक गंभीर स्थिति में एम्स पहुंचा था, उस समय ट्रॉमा में इन्हीं लोगों ने उसका उपचार किया था। वहीं कोरोना संक्रमित मृतक के संपर्क में आए 121 लोगों में से 65 की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
एम्स के कोरोना नोडल प्रभारी डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि चार डॉक्टर और दो अस्पताल अटेंडेंट को 14 दिनों तक घर में क्वारंटाइन रहने को कहा गया है। सामान्यत: पांच दिन में कोरोना संक्रमण के लक्षण सामने आने लगते हैं। ऐसे में पांच दिन बाद सभी का नमूना लेकर जांच कराई जाएगी।
एम्स में भर्ती तीनों स्वजनों की दोबारा कराई जा रही जांच
एम्स पटना के नोडल पदाधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल ने बताया कि वैशाली के मृतक नवल के भाई, बहन और पत्नी की पहली जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। चूंकि, 28 दिन तक कोरोना संक्रमण के लक्षण सामने आ सकते हैं, इसलिए दोबारा नमूना लेकर फिर उनकी जांच कराई जाएगी। तीनों को फिलहाल आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। यही तीनों लोग ही उसे वैशाली से पटना इलाज कराने लेकर आए थे और उसके साथ ही रह रहे थे।
एम्स पटना में 65 की स्क्रीनिंग, दो आशंकित, पांच निगेटिव
एम्स पटना में शुक्रवार को 65 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। जिसमें दो आशंकित पाए जाने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। जांच के लिए उनका सैंपल लिया गया है। वहीं पांच आशंकित की सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
चार मशीनों से हर दिन 450 कोरोना नमूनों की जांच
अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान की वायरोलॉजी लैब में जांच के लिए कोरोना के नमूनों की संख्या बढ़ गयी है। तीनों शिफ्ट में यहां जांच हो रही है। निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने शुक्रवार को बताया कि यहां की लैब में तीन मशीनों से जांच हो रही थी। अमेरिका से आई चौथी मशीन से भी जांच जारी है। शोध कार्य के लिए रखी मशीन से भी जांच की जा रही है। प्रत्येक दिन 450 नमूनों की जांच की जाती है। उन्होंने बताया कि अब तक यहां के लैब में 6500 सैंपल्स की जांच हो चुकी है। इनमें से 66 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। निदेशक ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान की गाइड लाइन के अनुसार कोरोना के सैंपल्स की जांच जारी है। इस कार्य में कई वैज्ञानिकों के साथ प्रशिक्षित टेक्निशियन दिन-रात काम कर रहे हैं।