Coronavirus Patna: एम्स में कोरोना पॉजिटिव की मौत, संपर्क में आए थे पटना के 100 लोग
वैशाली के कोरोना पॉजिटिव युवक की मौत से पटना में हड़कंप मच गया है। उसने खुसरूपुर राजेंद्रनगर और मीठापुर इलाके के अस्पताल और जांच केंद्रों का चक्कर लगाया था।
पटना, जेएनएन। राजधानी में शुक्रवार की दोपहर एम्स (पटना) में भर्ती वैशाली जिले के राघोपुर प्रखंड के 35 वर्षीय युवक नवल किशोर राय ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बुधवार की देर रात उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। बड़ी बात ये है कि मृतक के संपर्क में करीब 100 लोग आए थे। इनमें से 73 की पहचान कर जांच के लिए उनके नमूने लिए जा चुके हैं जबकि अन्य की तलाश जारी है।
टायफायड और सांस लेने में परेशानी होने पर किया गया था भर्ती
विदित हो कि 14 अप्रैल की रात वैशाली के राघोपुर निवासी नवल किशोर राय को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। उसे टायफायड के साथ सांस लेने में परेशानी थी। हालत गंभीर होने पर उसे आइसोलेशन वार्ड में वेंटिलेटर पर रखकर नमूना जांच के लिए भेजा गया था। 15 अप्रैल को उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आई। इसके बाद उसकी पत्नी, बहन और भाई को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर सैंपल जांच के लिए भेजा गया, हालांकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव बताई जा रही है।
पटना के अलावा नहीं गया था कहीं
अब तक माना जा रहा है कि विदेश से लौटे या कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने वाले ही खतरे में हैं लेकिन वैशाली के मृत युवक का मामला इससे अलग है। बीमारी के कारण वह दो वर्ष से पटना के अलावा कहीं नहीं गया। ऐसे में वह कैसे संक्रमित हुआ, इस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दुविधा में हैं। वे फिलहाल पटना के किसी अस्पताल तो कभी किराए की एंबुलेंस या वाहन में बैठे किसी संक्रमित के संपर्क में आने की बात कह रहे हैं।
दोनों हॉस्पिटल की बैरिकेडिंग, मजिस्ट्रेट तैनात
वैशाली का संक्रमित मृतक पटना में एम्स समेत तीन हॉस्पिटल और दो केंद्रों पर गया था। जिलाधिकारी कुमार रवि ने संपर्क में आए लोगों की सूची बनाने के लिए टीम गठित कर दी है। एसडीओ सदर और पटनासिटी को मामले की जांच और उप विकास आयुक्त को मॉनीटरिंग करने का निर्देश दिया। न्यू बाईपास स्थित पॉपुलर और खुसरूपुर स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में नए रोगियों के भर्ती करने पर रोक लगा दी गई है। दोनों हॉस्पिटलों की बैरिकेडिंग कर वहां मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। डीएम के निर्देश पर आननफानन में अस्पताल और आसपास के क्षेत्र को संक्रमण मुक्त करने के लिए सैनिटाइज किया गया। सिविल सर्जन को आसपास के हर घर का सर्वे कराने को कहा गया है।
24 दिन तक पटना में घूमता रहा था युवक
- 23 मार्च : वैशाली से नाव के जरएि खुसरूपुर के सेंट्रल हॉस्पिटल में आकर भर्ती हुआ।
- 28 मार्च :नाव से ही राघोपुर वापस गया।
- 3 अप्रैल : न्यू बाईपास स्थित पॉपुलर हॉस्पिटल में बोलेरो से आकर भर्ती हुआ।
- 4 अप्रैल : राजेंद्र नगर स्थित मैक्सलाइफ जांच केंद्र में वाहन से जाकर एमआरआइ कराई।
- 5 अप्रैल : मीठापुर स्थित सोना डायग्नोस्टिक के कर्मचारी ने आकर जांच के लिए ब्लड कलेक्शन लिया।
- 7 अप्रैल : पॉपुलर हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर एंबुलेंस से राघोपुर वापस पहुंचा।
- 14 अप्रैल : रात नौ बजे किराए की बोलेरो से आकर पटना एम्स में भर्ती हुआ।
- 15 अप्रैल : एम्स पटना में कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
- 17- अप्रैलः दोपहर एम्स में तोड़ा दम।
खुसरूपुर के ग्रामीणों ने खुद से किया नगर की गलियों को सील
वैशाली जिले के राघोपुर के कोरोना पॉजिटिव मृत का खुसरूपुर कनेक्शन सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। दहशत का आलम ये है कि बचाव में खुद लोगों ने कमान संभाल ली है। नगर के नीमतल, चïट्टीपर, बड़ी संगत आदि कई मोहल्लों में युवकों ने गलियों को बांस-बल्ले से सील कर दिया है और बाहरी लोगों के प्रवेश नहीं करने संबंधित बैनर लगा दिया है। यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों का भी है।
तब्लीगी के पकड़े जाने से हड़कंप
राजधानी में शुक्रवार को एक तब्लीगी के पकड़े जाने से हड़कंप मच गया है। दीघा इलाके से पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया है। बताया जाता है कि वे अपना नाम बदलकर दीघा में काफी दिनों से रह रहा था। स्थानीय लोगों को शक हुआ तो प्रशासन को सूचना दी। छानबीन करने पहुंची पुलिस ने संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है। वे दीघा में लोगों को अपना नाम प्रदीप बताकर रह रहा था। दहशत के बाद भी पटनावासी सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रख रहे हैं। शुक्रवार को फतुहा में बैंक से पैसे निकालने के लिए ग्राहक एक दूसरे से सटकर खड़े दिखाई दिए। समझाने के बावजूद लोग नहीं माने।