CoronaVirus Bihar Update: बिहार में लगातार पांव पसार रहा कोरोना; आंकड़ा चार सौ पार, 13 जिले रेड जोन
CoronaVirus Bihar News Update बिहार में कोरोना की स्थिति गंभीर होती जा रही है। संक्रमण का आंकड़ा 403 तक पहुंच गया है। हालांकि फिलहाल सामुदायिक संक्रमण की स्थिति नहीं है।
पटना, जेएनएन। CoronaVirus Bihar Update: बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर होती दिख रही है। आंकड़ा 403 तक पहुंच चुका है। हाल के दिनों में अचानक कोरोना के मामलों के मिलने में बड़ा उछाल आया है। बीते पांच दिनों के दौरान ही संक्रमण दोगुना से अधिक हो गया। बुधवार को अभी तक मिले सभी 37 मामलों में 14 बक्सर के, पांच पश्चिम चंपारण के, चार दरभंगा के तथा दो-दो पटना, भोजपुर, बेगूसराय, व रोहतास के हैं। वैशाली, मधेपुरा, औरंगाबाद, सीतामढ़ी व राहतास से भी एक-एक मामले मिले।
इसके पहले मंगलवार को भी 20 नए मामले मिले थे। कोरोना का लगातार नए इलाकों में प्रसार होता जा रहा है। बुधवार को इसने पश्चिम चंपारण में तो मंगलवार को अररिया, सीतामढ़ी व शेखपुरा में दस्तक दी। इसके साथ कोरोना बिहार के 29 जिलों में पहुंच चुका है। इनमें 13 जिले रेड जोन में शामिल हो गए हैं। सोमवार को एक दिन में मिले अब तक के सर्वाधिक 56 मामले सामने आए थे। साथ ही कोरोना ने तीन नए जिलों मधुबनी, दरभंगा और पूर्णिया में भी एंट्री की थी।
राज्य के 13 जिले रेड जोन में शामिल
बिहार के 28 जिलों में कोरोना का प्रसार हो चुका है। इनमें 13 जिले मुंगेर, पटना, नालंदा, सीवान, बक्सर, बेगूसराय, भागलपुर, गया, गोपालगंज, कैमूर, नवादा, रोहतास और सारण रेड जोन में हैंं। ये वैसे जिले हैं, जहां कोरोना संक्रमण के मामले बड़ी संख्या में मिले हैं। इसके अलावा बक्सर, गोपालगंज और कैमूर में भी लगातार नए मामले मिल रहे हैं।
सर्वाधिक प्रभावित जिलों में टॉप पर मुंगेर
बिहार में कोरोना के सर्वाधिक 92 मामले मुंगेर में मिले हैं। 42 मामलों के साथ पटना दूसरे स्थान पर है। कोरोना संक्रमण में तीसरे स्थान पर 40 मामलों के साथ बक्सर तो चौथे स्थान पर 35 मामलों के साथ नालंदा है। रोहतास में 34, सिवान में 30 मामले मिले हैं। कोरोना प्रभावित अन्य जिलों में कैमूर (18) व गोपालगंज (18) में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। इनमें सिवान को छोड़ दें तो लगातार नए मरीज मिले हैं।
राज्य के नए इलाकों में लगातार हो रहा प्रसार
कोरोना का प्रसार लगातार नए इलाकों में हो रहा है। हाल के कुछ दिनों में यह भोजपुर (11), औरंगाबाद (8), मधुबनी (5), पूर्वी चंपारण (5), दरभंगा (5), अरवल (4), जहानाबाद (4), बांका (3), मधेपुरा (2), पूर्णिया (1), अररिया (1), शेखपुरा (1), सीतामढ़ी (1) एवं पश्चिम चंपारण (1) में भी फैला है। इसके अलावा यह बेगूसराय (11), गया (6), भागलपुर (5), लखीसराय (4), नवादा (4) एवं सारण (4) में भी है।
पांच दिनों में डबल पार हुआ आंकड़ा, हालात गंभीर
संक्रमण की रफ्तार की बात करें तो हाल के कुछ दिनों में स्थिति विस्फोटक होती दिख रही है। बुधवार को अभी तक 37 मामले मिल चुके हैं। किसी एक दिन मिले मरीजों की सर्वाधिक संख्या सोमवार को रही, जब 56 संक्रमित मिलने से हड़कम्प मच गया। इसके पहले रविवार को 39 तो शनिवार को 28 मरीज मिले थे। शुक्रवार को 47 तो गुरुवार को 33 मरीज मिले थे। मंगलवार काे मिले 20 मरीजों को जोड़ दें तो बीते पांच दिनों के दौरान ही मरीजों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार ने बताया कि बिहार में मिले कोरोना के 36 मामले ऐसे हैं, जिनमें मरीज दूसरे राज्यों से आए हैंं। इनमें सर्वाधिक पांच-पांच मामले पटना, मधुबनी और औरंगाबाद जिले के हैं।
अधिकांश संक्रमण मरीज के संपर्क में आने से
राज्य में मिले संक्रमण में अधिकांश किसी मरीज के संपर्क में आए हैं या क्लस्टर समूह में संक्रमित हुए हैं। मुंगेर, पटना और सिवान में क्लस्टर से संक्रमण के मामले अधिक हैं।
कई मामलों में संक्रमण चेन का नहीं चला पता
लेकिन कई कोरोना पॉजिटिव मरीजों को कहां से संक्रमण लगा, इसका पता अभी तक नहीं लग सका है। कइयों की संक्रमण चेन का पता लगाने में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के पसीने छूट रहे हैं। फिर भी काम जारी है। वैसे, कमोबेश हर संक्रमित के साथ ऐसी परेशानी सामने आई, लेकिन प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने उसे चुनौती के रूप में लेते हुए संक्रमण की चेन को तोड़ा।
बेहतर की रखें उम्मीद, आगे भी मिलेगी विजय
बहरहाल, आगे और बड़ी चुनौती है। आंकड़ों की ही बात करें तो अभी तक मिले कुल 403 मरीजों में 64 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। जबकि दो की मौत हो चुकी है। अभी भी 337 मरीज अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। उम्मीद रखें कि वे भी स्वस्थ होकर घर जाएंगे। इधर, सरकार की कोशिशें कामयाब होगी और हम कोरोना पर विजय हासिल कर लेंगे। राहत की बड़ी बात यह है कि बिहार में फिलहाल सामुदायिक संक्रमण की स्थिति नहीं है, जैसा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार दावा करते हैं।