बिहार में वज्रपात से 10 लोगों की गई जान, पटना के अलावा गोपालगंज और नालंदा में भी हुई घटना
बिहार में मंगलवार को वज्रपात से 10 लोगों की मौत हो गई। अकेले गोपालगंज में तीन लोगों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं पटना में दो तो नालंदा में एक ने वज्रपात से अपनी जान गंवा दी।
पटना, जागरण टीम। बिहार के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को वज्रपात की वजह से 10 लोगों की मौत हो गई। उत्तर बिहार में वज्रपात से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि, नौ लोग झुलस गए। पूर्वी चंपारण में तीन लोग और सीतामढ़ी में एक महिला की मौत हुई है। गोपालगंज में तीन और नालंदा में एक व्यक्ति की मौत हुई है। पटना के बाढ़ में दो लोगों की मौत हो गई। पटना जिले के बाढ़ प्रखंड के एकडंगा पंचायत के मसथत्तू गांव में मंगलवार को वज्रपात की चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया। मरने वाले युवकों की पहचान मंटू कुमार (34 वर्ष) और सुभाष शर्मा (32 वर्ष) के रूप में हुई। घायल राजू कुमार का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
पूर्वी चंपारण के ढाका प्रखंड के सपही गांव में वज्रपात से झाडिय़ों में आग लग गई। वहीं पश्चिम चंपारण के इनरवा में एक घर क्षतिग्रस्त हो गया। घर के लोग बाल-बाल बचे। बगहा में सोमवार की रात आई आंधी में कई पेड़ गिर पड़े। चार घर क्षतिग्रस्त हो गए। मधुबनी और दरभंगा जिले में नदी व पानी भरे गड्ढे में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई। शिवहर में एनएच 104 और एसएच 54 पर जलजमाव से आठवें दिन भी आवागमन बाधित रहा।
गोपालगंज जिले में ठनका ने मंगलवार को तीन किसानों की जान ले ली। मृतकों में उचकागांव थाना क्षेत्र के लुहसी गांव निवासी झगरू सिंह के पुत्र 45 वर्षीय राजबली सिंह व जयकिशन सिंह के पुत्र 22 वर्षीय टुनटुन सिंह शामिल हैं। इसी थाना क्षेत्र के साथी गांव में पूर्व बीडीसी सदस्य कंचनबाला देवी के 42 वर्षीय पति शिवव्रत सिंह उर्फ भीम सिंह की भी ठनका गिरने से मौत हो गई। घटना के समय किसान धान की रोपनी कर रहे थे। वहीं नालंदा जिला के सरमेरा थाना क्षेत्र के मलावां पंचायत के मानाचक गांव में 16 वर्षीय सीमा कुमारी की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई।