तीन साल से NMCH में संक्रमण फैला रहा लिफ्ट का गड्ढा, सर्जिकल ICU के समीप स्थिति भयावह
एनएमसीएच की इमरजेंसी में और सर्जिकल आइसीयू के समीप लिफ्ट लगाने के लिए लगभग तीन साल से खोद का छोड़ा गया गड्ढा अब संक्रमण फैलने की वजह बन गया है। गड्ढे में अस्पताल की गंदगी बचा खाना व अन्य कूड़ा-कचरा डाला जा रहा है।
जागरण संवाददाता, पटना सिटी: नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की इमरजेंसी में और सर्जिकल आइसीयू के समीप लिफ्ट लगाने के लिए लगभग तीन साल से खोद का छोड़ा गया गड्ढा अब संक्रमण फैलने की वजह बन गया है। इस गड्ढे में अस्पताल की गंदगी, बचा खाना व अन्य कूड़ा-कचरा डाला जा रहा है। इसमें पानी भी भरा है।उत्पन्न होती सड़ांध को दबाने और संक्रमण को खत्म करने के लिए हर दिन ब्लीचिंग का छिड़काव किया जा रहा है। डॉक्टर, नर्स, कर्मी, मरीज व स्वजन की परेशानी बढ़ी है। भर्ती मरीजों में संक्रमण फैलने का खतरा काफी बढ़ गया है।
आपातकाल के मरीजों को किया जाता है भर्ती
अस्पताल कर्मियों ने बताया कि इमरजेंसी में पैथोलॉजी के समीप लिफ्ट के लिए गड्ढा करीब तीन साल से खोद कर छोड़ दिया गया है। इस गड्ढा के सामने ही आपातकाल के मरीजों को भर्ती किया जाता है। पास में ही इमरजेंसी ओटी है। मरीज के स्वजन से लेकर अस्पताल व सफाई कर्मी तक इस गड्ढा में गंदगी फेंकते हैं। वहीं, सर्जिकल आइसीयू और ऑक्सीजन सेक्शन से सटे तथा स्त्री एवं प्रसूति विभाग जाने वाले रास्ते में लिफ्ट लगाने के लिए भी गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया है। इसमें लिफ्ट का स्ट्रक्चर लगा कर टांगा गया है। खुले गड्ढा में आते-जाते लोग गंदगी फेंक रहे हैं। कर्मियों ने बताया कि कई महीनों से यह खुला गड्ढा खतरनाक बना रहा। बाद में इसे घेर दिया गया।
लिफ्ट हो ठीक तो होगी सभी को सुविधा
इस मामले में अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में दो लिफ्ट बीएमएसआइसीएल स्तर से लगाने के लिए गड्ढा खोदा गया। निर्माण एजेंसी से इस बारे में बात कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रथम और द्वितीय मंजिल पर मरीज को ले जाने और लाने के लिए रैम्प बना है। लिफ्ट लगने से डॉक्टर, मरीज, कर्मी, स्वजन सभी के लिए सुविधा हो जाएगी।