Lockdown का साइड इफेक्ट: सन्नाटा छाया तो सड़क पर निकल आया तेंदुआ, बच्ची को किया घायल
Bihar Lockdown कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जारी लॉकडाउन के दौरान बिहार के सारण जिले में एक तेंदुआ रिहायशी इलाके में आ गया। फिर क्या-क्या हुआ जानने के लिए पढ़ें यह खबर।
सारण, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन का एक साइउ इफेक्ट यह भी है। सड़कें सुनसान पड़ी हैं। ऐसे में कई जगह जंगली जानवरों के गांवों-शहरों में आ जाने की घटनाएं हुईं हैं। ताजा मामला बिहार के सारण जिले के अमनौर प्रखंड स्थत संदलपुर गांव का है। वहां एक तेंदुआ देखे जाने से हड़कम्प मच गया है। उसने एक बच्ची को जख्मी भी कर दिया है। वन विभाग की टीम उसकी खोज में लग गई है।
युवक पर तेंदुआ ने किया हमला, बाल-बाल बचा
मिली जानकारी के अनुसार, सारण के कोरेया साईं टोला का अशफाक नाम का एक युवक संदलपुर स्कूल के समीप से लौट रहा था। रास्ते में नहर के पास झाडिय़ों में उसे कुछ आवाज सुनाई पड़ी। वहां गया तो अचानक तेंदुए ने उसपर झपट्टा मारा। झाड़ी होने के कारण युवक तो बच गया, मगर उसका गमछा (पतला तौलिया) तेंदुआ के पंजे में फंस गया।
भागते वक्त खेत में बच्ची को किया घायल
घटना के बाद युवक शोर मचाते हुए भागा। शोर सुनकर जब गांव के लोग जुटे तो तेंदुआ स्कूल में चला गया। ग्रामीणों के शोर मचाने से वह मक्के की खेत की तरफ बढ़ा। इस दौरान खेत में चारा इकट्ठा कर रही गांव के हाकिम भगत की पुत्री नीलम कुमारी पर उसने हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने किसी तरह बच्ची को बचाया।
मौके पर पहुंची पुलिस, वन विभाग को दी सूचना
सूचना पर भेल्दी थानाध्यक्ष विकास कुमार पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर मक्के के खेत में काफी खोजबीन की, मगर तेंदुए का पता नहीं चल सका। फिर वन विभाग को घटना की सूचना दी गई।
जानवर की खोज में लगी वन विभाग की टीम
सारण के जिला वन पदाधिकारी लक्ष्येन्द्र पंडित ने बताया कि पंजे के निशान की जांच की गई है। मिले निशानों की तस्वीरें बाल्मीकि टाइगर रिजर्व भेजी गई हैं। यह जानवर तेंदुआ है या नहीं, यह जांच के बाद पता चलेगा, लेकिन बच्ची के शरीर पर जो जख्म हैं, वह जंगली जानवर के ही हैं। फिलहाल, जानवर की खोज की जा रही है। ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।