बिहार विधान परिषद में खूब चली नोकझोंक, मंत्री बोले हम खड़े हैं आप बैठिए, सदस्य बोले क्यों बैठे
विधान परिषद में छोटी-छोटी बातों पर भी सदस्यों ने खूब मजे लिए। सदन की कार्यवाही नोकझोंक और हंगामे के बीच राज्य की गिरती विधि-व्यवस्था के मसले पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के साथ शुरू हुई। राज्य में लॉ एंड ऑर्डर पर सदस्यों ने ली चुटकी।
पटना, राज्य ब्यूरो । बिहार विधान परिषद में बुधवार को सदन की कार्यवाही राज्य की गिरती विधि-व्यवस्था के मसले पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के साथ शुरू हुई। मुद्दे पर सदन में थोड़ी नाराजगी और तल्खी भी इस दौरान दिखाई दी। 12 बजे अपने निर्धारित समय पर परिषद की कार्यवाही आरंभ होते ही राजद सदस्य सुबोध कुमार ने मोतिहारी के हरसिद्धि में मटियारी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष ही अपराधियों द्वारा हत्या किए जाने का मुद्दा उठाकर परिषद की कार्यवाही स्थगित कर विशेष चर्चा की मांग करने लगे। उनका कहना था कि जिस सरकार में मंत्री गांधी मैदान में फरिया लेने की बात करता हो उस सरकार से और उम्मीद भी नहीं कि जा सकती है।
राजद के लोगों को समझा दें, अपराध नियंत्रण हो जाएगा
नियमों का हवाला देकर मांग खारिज होने के ठीक पहले रामचन्द्र पूर्वे ने कहा, अमूमन सदन चलता है तो कानून व्यवस्था सही रहे इसकी व्यवस्था रहती है ताकि सदन में यह मसला ना उठे। लेकिन वे 27 फरवरी से देख रहे हैं कि राज्य में रोज अपराध हो रहे हैं। सत्ता पक्ष के सदस्य नवल किशोर ने चुटकी लेते हुए कहा राजद के लोग अपने लोगों को समझा देंगे तो अपराध वैसे भी नियंत्रित हो जाएगा। उनका कहना था आसन ने कार्यस्थगन खारिज कर दिया है। ऐसे में बहस नहीं हो सकती। सदन में इस दौरान हो हंगामा जारी था।
मंत्री और सदस्य में चली नोकझोंक
इसी बीच मंत्री रामसूरत राय अपने स्थान पर खड़े हो गए और उन्होंने राजद के सुबोध कुमार को बैठ जाने का इशारा किया। फिर भी भी वे नहीं बैठे तो मंत्री राय ने उनकी ओर इशारा किया और कहा हम खड़े हैं इसलिए आप बैठिए। जवाब में सुबोध कुमार ने कहा आप खड़े हैं तो मैं क्यों बैठूं। बात और आगे बढ़ती इसके पहले कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा मंत्री खड़े हैं इसलिए आप को बैठना होगा। इसके बाद सुबोध बैठे और सदन की कार्यवाही आगे बढ़ सकी।