CBSE 12th Result: दिव्यांग कोटे में थर्ड टॉपर बनी लावण्या झा, जानें इनकी सफलता का राज
शनिवार को सीबीएसई 12वीं का परिणाम घोषित हो गया। पटना की रहने वाली लावण्या झा दिव्यांग कोटे में थर्ड टॉपर है। वह मनोवैज्ञानिक बनना चाहती है।
पटना [जेएनएन]। कहते हैं, खुशियों का मजा अपनों के बीच दोगुना हो जाता है। सीबीएसई 12वीं के रिजल्ट में दिव्यांग कोटे से थर्ड टॉपर लावण्या झा के साथ भी ऐसा ही है। दिल्ली के आरकेपुरम में डीपीएस की छात्रा लावण्या छुट्टियों में पटना के पटेलनगर स्थित अपने घर आई है। शनिवार की दोपहर जैसे ही मालूम हुआ कि लावण्या टॉपर की लिस्ट में शामिल है, घर का माहौल बदल गया।
लावण्या की इस खुशी में पापा अभय कुमार व मम्मी चेतना झा भी शरीक रहीं। पिता एक्सिस बैंक में कार्यरत हैं, मां गृहिणी हैं। बढिय़ा रिजल्ट पर मम्मी-पापा ने लावण्या को मिठाई खिलाई। लावण्या कहती हैं, जबसे रिजल्ट आया है, फोन पर बधाइयां ले रही हूं। शाम को मम्मी-पापा के साथ वह बाहर घूमने निकली।
परीक्षा की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर लावण्या कहती हैं, रोज तीन-चार घंटे अतिरिक्त पढ़ाई करती थी। कोई टास्क कल पर नहीं छोड़ा। भविष्य की तैयारियों के बारे में बताया कि वह उच्चस्तरीय पढ़ाई कर मनोवैज्ञानिक बनना चाहती है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करना चाहती है। अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए लावण्या कहती है, छात्रावास के दोस्तों से लेकर शिक्षकों तक का काफी सहयोग रहा। कहीं भी परेशानी हुई तो शिक्षकों ने उसे दूर किया। पढ़ाई के दौरान मन नहीं लगता था तो दोस्तों के साथ शाम को खेलती थी।
बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शनिवार को 12वीं का रिजल्ट घोषित कर दिया। पिछले साल की तुलना में रिजल्ट एक फीसद बेहतर रहा। सीबीएसई की वेबसाइट के मुताबिक, इस बार 83.01 फीसद छात्र-छात्राएं सफल हुए। सबसे ज्यादा तिरुअनंतपुरम रीजन के 97.32 फीसद छात्र पास हुए, वहीं दिल्ली तीसरे स्थान पर रहकर फिसड्डी साबित हुआ, दिल्ली रीजन में 89 फीसद छात्र ही पास हुए। जबकि चेन्नई रीजन के 93.87 फीसद पास छात्रों के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
इस वर्ष पटना जोन के 70.56 फीसद परीक्षार्थी सफल हुए हैं। लेकिन, इस बार भी पटना सीबीएसई के टॉप-5 जोन में शामिल नहीं हो सका। राजधानी का रिजल्ट इस बार पिछले साल से बेहतर रहा है। कुल 85544 विद्यार्थियों ने इस बार रजिस्ट्रेशन कराया था। इसमें 83563 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इसमें 58,944 परीक्षार्थियों को सफलता मिली है। पटना जोन में 65.81 फीसद छात्र और 78.72 छात्राएं फीसद सफल हुईं है।