Land Map Bihar बिहार में घर तक पहुंचेगा जमीन का नक्शा, इस वेबसाइट की लेनी होगी मदद
अब घर बैठे अपने मौजे का नक्शा मंगा सकते हैं। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। भू-अभिलेख निदेशक जय सिंह ने शुक्रवार को बताया कि इसी महीने नक्शे की होम डिलीवरी शुरू हो जाएगी।
राज्य ब्यूरो, पटना : दूर-दराज के इलाके के रैयत अब घर बैठे अपने मौजे का नक्शा मंगा सकते हैं। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। भू-अभिलेख निदेशक जय सिंह ने शुक्रवार को बताया कि इसी महीने नक्शे की होम डिलीवरी शुरू हो जाएगी। तैयारियों का मुआयना करने के लिए वे गुलजारबाग स्थित सर्वे कार्यालय गए थे। उन्होंने बताया कि इसके लिए डाक विभाग और बैंकों से करार हो गया है। सिक्योरिटी आडिट भी हो चुकी है। भुगतान पेमेंट गेटवे के जरिए किया जाएगा। सभी प्रमुख बैंक इससे जुड़ गए हैं। बैंक अलग से चार्ज नहीं लेगा। स्पीड पोस्ट के जरिए नक्शे की डिलीवरी होगी। डाक विभाग ने पांच लाख बार कोड का आवंटन किया है। नक्शा भेजने के लिए कंटेनर बनाए गए हैं। इन पर बार कोड दर्ज रहेगा। उन्होंने बताया कि नक्शे की होम डिलीवरी करने वाला बिहार देश का पहला राज्य होगा।
आपको क्या करना होगा : सबसे पहले भू-अभिलेख और परिमाप निदेशालय की वेबसाइट \https://dlrs.bihar.gov.in/ पर जाकर डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम पर क्लिक करना है। इसमें जिला, राजस्व थाना एवं मौजा चुनने का विकल्प आएगा। संबंधित सेलेक्शन के अनुरूप उस गांव का नक्शा एक या एक से अधिक शीट में दिखाई देगा। एक बार में अधिकतम पांच शीट सेलेक्ट किया जा सकता है। शुल्क शीट, संख्या और वजन के मुताबिक निर्धारित है। वह साइट पर दिख जाएगा। पेमेंट गेटवे में डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड एवं यूपीआइ से भुगतान की सुविधा दी गई है।
शुल्क कितना लगेगा
अधिकतम पांच नक्शा रखने की क्षमता वाले एक कंटेनर की कीमत 35 रुपये तय है। तीन नक्शा समेत कंटेनर का डाक शुल्क सौ रुपये निर्धारित किया गया है। तीन से ज्यादा नक्शे का डाक शुल्क डेढ़ सौ रुपये है। बिहार सर्वेक्षण कार्यालय, गुलजारबाग द्वारा कंटेनर की खरीद भी की जा चुकी है।
सदर अंचलों में प्लाटर मशीन
भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय द्वारा शाहाबाद के चार जिलों को छोड़ कर बिहार के 34 जिलों के सदर अंचलों में प्लाटर लगाया गया है। इन प्लाटरों के जरिये दस साइज के बड़े पन्नों पर गांव का नक्शा प्रिंट किया जाता है। गुलजारबाग, सर्वेक्षण कार्यालय में पूरे सूबे का नक्शा मिलता है।