Bihar Politics News: लालू ने शायराना अंदाज में नीतीश को घेरा तो राबड़ी ने कही ये बात
चुनावी साल में एक बार फिर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काे घेरा है।
पटना, जेएनएन। चुनावी साल में एक बार फिर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काे घेरा है। लालू ने नीतीश के 15 साल के शासन पर हमला किया और उसे काला काल बताया। कहा कि इसे पर्दे में ही रहने दो। वहीं रविवार को राबड़ी देवी ने कोरोना को लेकर ट्वीट किया है। बता दें कि शनिवार को जदयू में कभी उच्च पद पर रहे राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशाेर ने भी कोरोना को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा था।
पर्दे में रहने दो पर्दा ना उठाओ
पर्दा जो उठ गया तो भेद खुल जाएगा
नीतीश कुमार के पंद्रह साल
भ्रम और झूठ का काला काल pic.twitter.com/TSYBiEeSKa— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) June 27, 2020
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने शायराना अंदाज में ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है- 'पर्दे में रहने दो पर्दा ना उठाओ, पर्दा जो उठ गया तो भेद खुल जाएगा...।' इसी ट्वीट में उन्होंने आगे कहा है- नीतीश कुमार के पंद्रह साल भ्रम और झूठ का काला काल..।' इस ट्वीट के साथ एक कार्टून को भी टैग किया गया है। उसमें भी कमेंट किया गया है।
बिहार का बहुचर्चित कोरोना मॉडल विश्व के बाक़ी देश अपना ले तो एक सेकंड में कोरोना वायरस ख़त्म हो जाएगा।
ना कोई कोरोना जाँच, ना कोई मामला। ना वेंटिलेटर और ना हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की चिंता और ऊपर से सबसे कम केस का ख़िताब। कोई मरता है तो बोल दो, दूसरी बीमारी से मरा है। सिम्पल... pic.twitter.com/VfStrbq6Cx — Rabri Devi (@RabriDeviRJD) June 28, 2020
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी ट्वीट किया है। बिहार में कोरोना की धीमी जांच के लिए नीतीश सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है- 'बिहार का बहुचर्चित कोरोना मॉडल विश्व के बाक़ी देश अपना ले तो एक सेकंड में कोरोना वायरस ख़त्म हो जाएगा। ना कोई कोरोना जांच, ना कोई मामला। ना वेंटिलेटर और ना हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की चिंता और ऊपर से सबसे कम केस का ख़िताब। कोई मरता है तो बोल दो, दूसरी बीमारी से मरा है। सिम्पल...' राबड़ी ने भी ट्वीट के साथ एक कार्टून टैग किया है। इसमें सवाल उठाया गया है- दूसरे राज्यों की तुलना में बिहार में कोरोना की टेस्टिंग कम क्यों।