लालू सुलझाएंगे महागठबंधन का विवाद, शरद संग मांझी-कुशवाहा ने की बैठक; कांग्रेस बोली- हमें पता नहीं
बिहार महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी के गठन का विवाद अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ही सुलझाएंगे। राजद के वरिष्ठ नेता शरद यादव की शनिवार को उनसे रांची में मुलाकात होगी।
पटना, राज्य ब्यूरो । बिहार महागठबंधन (Bihar Mahagathbandhan) में कोआर्डिनेशन कमेटी के गठन का विवाद अब राजद सुप्रीमो लालू यादव (RJD Supremo Lalu Yadav) ही सुलझाएंगे। राजद के वरिष्ठ नेता शरद यादव (Sharad Yadav) की शनिवार को उनसे रांची के रिम्स (RIMS) में मुलाकात होगी। कमेटी के अलावा महागठबंधन में वाम दलों की एंट्री, विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर आंतरिक समझदारी और नेतृत्व के मसले पर भी बातचीत होगी। हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi), रालोसपा (RLSP) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwah) और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) ने शुक्रवार को शरद यादव से मुलाकात की। इन नेताओं ने सभी मुद्दों पर राय दी। कहा कि जल्द से जल्द इन पर फैसला करना महागठबंधन की सेहत के लिए जरूरी है। फैसला न होने से बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में नुकसान हो सकता है। उधर, कांग्रेस (Congress) ने कहा कि हमें बैठक की जानकारी नहीं थी।
भ्रम की स्थिति हो रही पैदा
मांझी, कुशवाहा और सहनी ने एक साथ कहा कि कोआर्डिनेशन कमेटी (Coordination Committee) न बनने से कार्यकर्ताओं के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। साझा आंदोलन नहीं हो रहे हैं। बिहार विधानसभा के उप चुनाव के अलावा झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) और दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) में भी महागठबंधन के सभी दल एक साथ नजर नहीं आए। इन नेताओं ने राजद (RJD) के बड़े भाई की भूमिका पर भी एतराज किया। कहना था कि सीटों की संख्या कम या अधिक हो सकती है, लेकिन आपसी व्यवहार में उन्हें बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए।
शरद यादव ने दिया भरोसा
शरद यादव ने भरोसा दिया कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मिलकर वह कोई सम्मानजनक हल निकालेंगे। तीनों दलों के नेताओं का कहना था कि महागठबंधन में किस दल को विधानसभा की कितनी सीटें मिलेंगी, इस पर भी अभी निर्णय हो जाए। भले ही इसकी सार्वजनिक घोषणा न हो, लेकिन दलों को बता दिया जाए कि उनकी संभावित सीटें कितनी और कौन-कौन होंगी। ऐसा होने पर अभी से तैयारी शुरू हो जाएगी। एक सवाल नेतृत्व का भी था। कुशवाहा और सहनी ने कल कहा था कि वे शरद यादव को महागठबंधन का नेता मानने के लिए तैयार हैं। मांझी को भी शरद से परहेज नहीं है। संभव है कि शरद को संयोजक की भूमिका मिले। वह राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए के संयोजक रह चुके हैं।
मुझे जानकारी नहीं थी: कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मदन मोहन झा ने कहा कि उन्हें आज के किसी बैठक की जानकारी नहीं थी। हो सकता है कि चार दलों के नेता अनौपचारिक तौर पर बैठे हों। जहां तक को-आर्डिनेशन कमेटी के गठन का सवाल है, कांग्रेस इस विचार से सहमत है। वहीं, एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने भी कहा कि हमें इस तरह की बैठक की कोई जानकारी नहीं है।