लालू की बेटी रोहिणी बोलीं- लो मैं फिर से आ गई... सुशील मोदी ने बंद कराया का ट्विटर खाता तो दिया जवाब
Bihar Politics ऐसे-ऐसे ट्वीट कर रही हैं कि लालू परिवार में तेजस्वी और तेज प्रताप की चर्चा फीकी पड़ने लगी है। शुक्रवार को तो भाजपा जदयू और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के कई नेताओं ने एक साथ रोहिणी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। Bihar Politics: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य अपने ट्विटर अकाउंट की बदौलत बिहार की राजनीति में लगातार सक्रियता दिखा रही हैं। अपने पति के साथ सिंगापुर में रह रहीं रोहिणी बिहार की सियासत के दिग्गजों पर ऐसे-ऐसे ट्वीट कर रही हैं कि लालू परिवार में तेजस्वी और तेज प्रताप की चर्चा फीकी पड़ने लगी है। शुक्रवार को तो भाजपा, जदयू और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के कई नेताओं ने एक साथ रोहिणी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने खुद के खिलाफ रोहिणी के एक ट्वीट को आपत्तिजनक बताते हुए इसकी रिपोर्ट की और उन्होंने दावा किया कि रोहिणी का अकाउंट ट्वीटर ने ब्लॉक कर दिया है।
महज कुछ घंटों में ही वापस लौटीं रोहिणी
लालू की बेटी रोहिणी का ट्विटर अकाउंट महज चंद घंटों में ही दोबारा सक्रिय हो गया। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया- लो मैं आ गई... बिहार की जनता की आवाज बनकर। रोहिणी ने आज सुबह 7.40 बजे यह ट्वीट किया। इसके महज एक घंटे के अंदर रोहिणी के अनवेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से एक के बाद एक धड़ाधड़ लगातार पांच ट्वीट बिहार की सरकार और एनडीए में शामिल दलों के नेताओं को निशाना बनाते हुए किए गए। हालांकि अब उनके अकाउंट पर वह ट्वीट नहीं दिख रहा, जिसको लेकर सुशील मोदी ने आपत्ति की थी।
कहा- मेरा और मेरी बहनों का नाम न लो
रोहिणी ने पिछले दो दिनों में कई जगह इंटरव्यू दी है और बात की हैं। वे भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर बुरी तरह बिगड़ी हुई हैं। उनका कहना है कि वे खुद और उनकी बहनें राजनीति में नहीं हैं। उनका बिहार की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए किसी को उनका और उनकी बहनों का नाम लेने का अधिकार नहीं है। हालांकि आप जब देखेंगे तो पाएंगे कि रोहिणी के अकाउंट बिहार के राजनीतिक माहौल को गरमाने वाले एक से अधिक ट्वीट लगातार किए गए हैं। उनके ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर लगातार निशाना साधा गया है। रोहिणी की भाषा भी काफी आक्रामक रहती है।