लालू का ख्याल रखने को रांची में ठहरे हैं उनके ये 'हनुमान', दिया सुप्रीमो का पहला संदेश
लालू यादव को दोषी करार दिए जाने से सजा तक भोला यादव उनके साथ हर संभव जगह रहे। उन्हें लालू का बड़ा राजदार माना जाता है। सजा के बाद लालू ने अपना पहला संदेश भी उनके माध्यम से दिया।
पटना [जेएनएन]। चारा घोटाला के एक मामले में रांची की सीबीआइ अदालत ने शनिवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को साढ़े तीन साल करावास तथा पांच लाख रुपये जुर्माना की सजा दी। सजा के तुरंत बाद लालू ने ट्वीट कर कहा कि वे सामाजिक न्याय, सद्भाव व समानता के लिए मरने के लिए भी तैयार हैं। इसके पहले लालू प्रसाद यादव ने अपने करीबी राजद नेता भोला यादव के माध्यम से शांति बनाए रखने की अपील की।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का पहला संदेश भोला यादव के माध्यम से ही सामने आया। इसके बाद उन्होंने ट्वीट भी किया। सवाल यह है कि ये भोला यादव हैं कौन और लालू से उनका क्या रिश्ता है? भोला यादव को लालू यादव का बड़ा राजदार माना जाता है। उन्हें 'लालू का हनुमान' की संज्ञा भी दी गई है। भोला यादव बहादुरपुर सीट से राजद के विधायक हैं। उनकी पहुंच लालू यादव के किचेन तक मानी जाती है।
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रांची में पेशी के दौरान लालू की परछाईं बने रहे भोला
चारा घोटाला के वर्तमान मामले, जिसमें शनिवार को लालू प्रसाद को सजा हुई है, भोला यादव हर संभव जगह लालू की परछाई बने रहे हैं।बीते बुधवार को चारा घोटाले के मामेल में पेशी के दौरान गाड़ी से बाहर निकलने के दौरान लालू का कुर्ता गाड़ी के दरवाजे में फंस गया था। इस दौरान भी साथ चल रहे भोला यादव ने उनकी मदद की।
पसंद-नापसंद का है गहरा इल्म
भाेला यादव को लालू की पसंद-नापसंद का गहरा इल्म है। बीते 23 दिसंबर को चारा घोटाला में दोषी करार दिए जाने के बाद लालू को रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में रखा गया तो भोला यादव उनकी पसंद की सब्जियां लेकर जेल गेट पहुंचे थे। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को सब्जियां देकर कहा, लालू जी को हमारा प्रणाम कहिएगा। भोला यादव जेल में लालू यादव को जेल में नए साल की बधाई भी देने गए।
रोजाना जेल जाकर लेते सुविधाओं की जानकारी
दरअसल, लालू प्रसाद यादव के दोषी करार दिए जाने के बाद से विधायक भोला यादव रांची में ही डटे हैं। वे जेल के बाहर से लालू के खानपान और दवाओं का ध्यान रखते रहे हैं। जेल मैन्युअल के अनुसार लालू से रोजाना मिलना तो संभव नहीं, लेकिन भोला यादव हर दिन जेल जाते रहे हैं।
पहले भी रांची में डटे रहे थे 73 दिन
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। पिछली बार भी जब लालू इस जेल में थे, तब भोला यादव 73 दिनों तक रांची में रहे थे। भोला यादव ने बताया कि वे रोजाना जेल जाकर लालू प्रसाद यादव की सुविधाओं की जानकारी लेते रहे हैं।
लालू को सजा पर ये बोले भोला
शनिवार को भी भोला यादव ने कहा कि यह पहला मौका नहीं, जब विरोधियों ने लालू पर हमला किया है। लेकिन, उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। लालू यादव सोना हैं और वो तपकर और चमकेंगे। अब ऊपरी अदालत से इंसाफ मिलेगा।