नीतीश की मानव श्रृंखला पर लालू परिवार का हमला: बताया चेहरा चमकाने की नौटंकी, JDU का पलटवार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मानव श्रृंखला पर सियासत भी खूब हो रही है। आरजेडी ने इसकी आलोचना की है। इस बाबत क्या कहता है लालू परिवार और जेडीयू ने क्या किया पलटवार जानिए यहां।
पटना [जेएनएन]। बिहार में जल-जीवन-हरियाली के लिए तथा बाल विवाह, दहेज प्रथा व नशामुक्ति के खिलाफ रविवार को विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बनाई गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमर के नेतृत्व में पूर्वाह्न 11.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक आधे घंटे तक 4.27 करोड़ से अधिक लोगों की इस मानव श्रृंखला की आलोचना भी हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी तथा उनके बेटों तेज प्रताप यादव व तेजस्वी यादव ने इसे चेहरा चमकाने की नौटंकी करार दिया है। इसपर जनता दल यूनाइटेड के विधान पार्षद नीरज कुमार ने पलटवार किया है।
चेहरा चमकाने में फूंक दिए करोड़ों रुपये: तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने आरजेडी के ट्वीटर हैंडल से पोस्ट किए गए दो ट्वीट शेयर किए हैं। इनमें एक में लिखा है कि नीतीश कुमार की मानव श्रृंखला में बेरोजगार युवाओं ने कतार लगाई।
नीतीश कुमार की कथित मानव शृंखला के शुरुआती रुझान आने शुरू। बेरोज़गार युवाओं ने बनाई क़तार। pic.twitter.com/6LURxzsyHK
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) January 19, 2020
मानव श्रृंखला पर तंज करते आरजेडी के एक और ट्वीट को तेजस्वी यादव ने शेयर किया है। इसमें लिखा है कि यह नौटंकी मानवीय मूल्यों के खिलाफ है। तन पर कपड़ा और पैरों में चप्पल नहीं, हाथों में कलम और पेट में रोटी नहीं। युवाओं को रोजगार नहीं है। लेकिन चेहरा चमकाने के लिए करोड़ों स्वाहा कर दिए गए।
गरीबों का हक खा रहे नीतीश कुमार: राबड़ी
राबड़ी देवी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उन्होंने नीतीश कुमार की शराबबंदी पर श्रृंखला का समर्थन किया था, लेकिन क्या उससे शराब बंद हुई? बाल विवाह और दहेज पर भी करोड़ों खर्च कर मानव श्रृंखला बनाई गई, लेकिन उसका क्या हुआ? इसके बाद फिर एक और श्रृंखला की नौटंकी क्यों? राबड़ी ने नीतीश कुमार पर गरीबों का हक खाने का भी आरोप लगाया।
इस नौटंकी में शामिल होना पाप: तेज प्रताप
तेज प्रताप यादव ने भी ट्वीट कर सरकारी खर्च पर आयोजित इस मानव श्रृंखला में शामिल होने को पाप बताया है। उन्होंने इसके खिलाफ अलग मानव श्रृंखला भी बनाई। तेज प्रताप ने नीतीश कुमार की मानव श्रृंखला पर तंज कसते हुए ट्वीट में कहा कि आज बिहार के गरीब, किसान, युवा लाचार वे बेरोजगार हैं, ऐसे में ये कैसी सुशासन की सरकार है। उन्होंने लिखा है कि अगर हाथ जोड़ने से हरियाली आ जाएगी तो लगे हाथ बेरोजगारी पर मानव श्रृंखला भी बनवा ही दीजिए। आगे तेज प्रताप ने नीतीश कुमार को 'पलटू' बताते हुए लिखा कि सरकारी खर्चे से आयोजित मानव श्रृंखला नौटंकी है, जिसमें शामिल होना पाप है।
बिहार का गरीब, किसान, युवा लाचार है, बेरोजगार है,
तब कैसी सुशासन की सरकार है।
अगर हाथ जोड़ने से हरियाली आ जाएगी तो लगे हाथ बेरोजगारी पर मानव श्रृंखला भी बनवा ही दीजिए।
पलटूआ बिहार के लिए अभिशाप है।
सरकारी खर्चे से आयोजित मानव श्रृंखला की नौटंकी में भाग लेना पाप है।।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 18, 2020
...और लालू यादव ने बताया कुशासनी श्रृंखला
अपने बेटों की तरह लालू प्रसाद यादव ने भी जल, जीवन, हरियाली को ले मानव श्रृंखला को नौटंकी व कुशासनी श्रृंखलाा बताते हुए पूछा है कि नीतीश कुमार पहले यह बताएं कि किसके संरक्षण में गत 15 साल के दौरान बिहार के कुओं, आहार, नहरों, पईन, पोखरों व तालाबों का अतिक्रमण कर उन्हें बर्बाद किया गया?जंगलों को किसने कटवाया तथा तटबंधों के पैसे किन चूहाें ने खाया? उन्होंने आगे सवाल किया है कि कथित पौधारोपण कर करोड़ों का बजट किस भूत ने लूटा, यह भी बताना चाहिए।
जेडीयू का तंज: लालू भी खड़े होते तो ब्लड शुगर नियंत्रित रहता
मानव श्रृंखला पर लालू परिवार के इस हमले पर भला जेडीयू कैसे चुप रहता? जेडीयू के एमएलसी नीरज कुमार ने ट्वीट कर मानव श्रृंखला को सफल बताया। साथ नही तेजस्वी यादव को सलाह दी कि अगर वे अपने पिता लालू प्रसाद शादव भी मानव श्रृंखला के दौरान अस्पताल में आधा घंटा खड़े होने की सलाह देते तो उनका ब्लड शुगर नियंत्रित रहता।