चूहे वाले बयान के बाद बोले ललन सिंह- नॉनसेंस हैं लालू, नहीं जानते बाढ़ का सच
बिहार के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने कहा कि तटबंध पर चूहों के बिल की वजह से होने वाले स्राव का मजाक उड़ाने वालों को बाढ़ का सच नहीं मालूम है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने शनिवार को कहा कि तटबंध पर चूहों के बिल की वजह से होने वाले स्राव का मजाक उड़ाने वालों को बाढ़ का सच नहीं मालूम है। तटबंध की सुरक्षा के संबंध में केंद्र सरकार का जो स्टैंडर्ड कोड है, उसमें भी इस बात का विस्तार से जिक्र है कि तटबंधों को चूहों से खतरा होता है।
इस वर्ष विभाग की ओर से जो गाइडलाइन जारी किए गए थे, उसमें भी इसका स्पष्ट उल्लेख था। तटबंध की गश्त में यह प्रावधान है कि बांध पर चूहों द्वारा किए गए छिद्रों को देखना चाहिए। इस वर्ष दस हजार छिद्र भरे गए जिनसे सिपेज हो रहा था।
जल संसाधन विभाग के सभा कक्ष में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जल संसाधन मंत्री ने यह बात कही। संवाददाता सम्मेलन में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह भी मौजूद थे।
मंत्री ने कहा कि सीमांचल में जो बाढ़ आई उसके कारण को समझना चाहिए। नेपाल में 72 घंटे तक 650 से 700 एमएम तक बारिश हुई। इसके अलावा पूर्णिया, अररिया जिले में 300 एमएम तक बारिश हुई है। अचानक सैलाब आ गया। कनकई, परमान और मेची जैसी नदियों में कभी पानी नहीं आता था। इनके उफान और महानंदा के रिकॉर्ड जलस्तर से सीमांचल में बाढ़ आयी। वहां तटबंध नहीं है।
ललन सिंह ने कहा कि लोग माखौल उड़ा रहे। त्रासदी के साथ मजाक नहीं करना चाहिए। लालू प्रसाद गंभीर प्रकृति के व्यक्ति नहीं हैं। इसलिए बाढ़ को नहीं समझते। उनके समय तो बाढ़ राहत घोटाला हो गया।