Lal Bahadur Shastri Death Anniversary: बहन से मिलने पटना आते थे Ex PM, कांग्रेस की विधायक भी रहीं सुंदरी देवी
Lal Bahadur Shastri Death Anniversary पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की आज पुण्यतिथि है। उनका पटना से गहरा नाता था। उनकी बहन सुंदरी देवी का विवाह पटना में ही हुआ था जिनसे मिलने वे आते रहते थे। सुंदरी देवी कांग्रेस की कद्दावर नेता व विधायक भी रहीं थीं।
पटना, प्रभात रंजन। Lal Bahadur Shastri Death Anniversary पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री (Ex PM Lal Bahadur Shastri) का आज ही के दिन 1966 में ताशकंद में निधन हो गया था। उनका पटना शहर से गहरा लगाव था। आजादी के आंदोलनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले शास्त्री जी प्रधानमंत्री रहते हुए कई बार पटना आए थे। बहन सुंदरी देवी का कदमकुआं के खासमहल में निवास स्थान है, जहां उनसे मुलाकात करने वे जरूर जाते थे। बहन भी कांग्रेस की कद्दावर नेता थीं। स्वतंत्र भारत में विधायक भी रहीं। उनकी शादी लोकनायक जयप्रकाश नारायण (Jai Prakash Narayan) के भतीजे शंभूशरण से हुई थी।
स्वतंत्रता आंदोलन के सिपाही थे बहनाेई शंभू शरण
शंभू शरण व बाबू अनुग्रह नारायण सिंह (Anugrah Narayan Singh) स्वतंत्रता आंदोलन के सिपाही होने के साथ गहरे दाेस्त भी थे। दोनों देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr. Rajendra Prasad) के करीबी थे। लाल बहादुर शास्त्री की बहन सुंदरी देवी के पोते सुभाष शरण के अनुसार, भाई-बहन में अटूट प्रेम था। शास्त्री जी जब भी बिहार आते थे तो बहन से मिलते थे।
अनुग्रह नारायण सिंह की पड़ोसी थीं शास्त्री जी की बहन
उन दिनों उनका कदमकुआं में आजादी के आंदोलन को धार देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के आवास को लेकर जाना जाता था। कदमकुआं में ही बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंह, राजेंद्र प्रसाद व जयप्रकाश नारायण के आवास थे। अनुग्रह नारायण सिंह के घर के बगल में ही शास्त्री जी की बहन सुंदरी देवी का घर था, जो सुंदरी भवन व शंभू मंदिर के नाम से जाना जाता है। घर पर ही शंभू शरण व अनुग्रह बाबू सहित अन्य नेताओं की बैठकें होती थीं।
बीमार बहन को देखने पीएमसीएच पहुंचे थे शास्त्री जी
पति शंभू शरण का देहांत होने के बाद शास्त्री जी की बहन सुंदरी देवी पटना से अपने मायके बनारस चली गईं थीं। कुछ समय बाद सुंदरी देवी ने अपने ससुर को चिट्ठी लिखकर पटना आने की बात कही थी। सुंदरी देवी के पोते सुभाष शरण बताते हैं, उनके पिता शंकर शरण 1955 बैच के आइएएस अधिकारी थे। वे मुंगेर जिले के जिलाधिकारी भी रहे थे। बताते हैं, जब सुंदरी देवी 1964 में बीमार पड़ीं और उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) में भर्ती कराया तो लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री रहते हुए भी बड़ी सादगी से बहन से मुलाकात करने पटना आए थे। शास्त्री ने फ्रेजर रोड स्थित भारतीय नृत्य कला मंदिर का उद्घाटन भी किया था।