PMCH: उद्घाटन के एक माह गुजरने के बाद भी पीएमसीएच की नई सर्जिकल इमरजेंसी में नहीं शुरू हुआ इलाज
22 सितंबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग से मुख्यमंत्री ने पीएमसीएच में नई सुविधाओं का लोकार्पण किया था लेकिन इसका लाभ अभी तक लोगों को नहीं मिल रहा। यहां एचआइवी संक्रमितों के लिए एक समेत बनाए गए हैं चार माड्युलर ऑपरेशन थिएटर भी बनकर तैयार हैं।
जेएनएन, पटना। प्रदेश में गंभीर रोगों से पीडि़त गरीबों के विश्वास केंद्र पीएमसीएच की व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए 22 सितंबर को नई सर्जिकल इमरजेंसी का उद्घाटन किया गया था। इसमें एचआइवी संक्रमितों के लिए एक विशेष समेत चार माड्युलर ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं। इसके अलावा अन्य व्यवस्थाएं भी बड़े निजी अस्पतालों जैसी हैं। हालांकि, एक माह से अधिक समय बीतने के बावजूद यहां न तो ऑपरेशन शुरू हो सके और न ही मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। इसी कारण मेडिसिन इमरजेंसी का जीर्णोद्धार भी नहीं हो पा रहा है। बताते चलें कि सर्जिकल इमरजेंसी के निर्माण के लिए मेडिसिन इमरजेंसी को टाटा वार्ड में स्थानांतरित किया गया है।
कुछ उपकरणों की कमी को बताया जा रहा कारण : अधीक्षक डॉ. बिमल कारक के अनुसार सॢजकल इमरजेंसी भवन तैयार हो चुका है। कुछ उपकरणों की कमी के कारण वहां अभी ऑपरेशन शुरू नहीं हो सके हैं। उपकरण आते ही वहां सर्जरी कर मरीजों को रखने का काम शुरू हो जाएगा।
उम्मीद है कि सात दिन में नई सर्जिकल इमरजेंसी को मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा। बता दें कि नए इमरजेंसी भवन में फिलहाल 30 बेड हैं। इसमें 15 बेड महिलाओं और 15 पुरुषों के लिए हैं। बाद में ऊपरी तल पर निर्माण करा कर सर्जिकल इमरजेंसी को सौ बेड का करने की योजना है।
हर विभाग का अलग होगा ऑपरेशन थिएटर : नई सर्जिकल इमरजेंसी में में चार मॉड्युलर ऑपरेशन कक्ष में सभी के लिए अलग-अलग ओटी होगी। इसमें एक हड्डी विभाग, एक जनरल सर्जरी, एक प्लास्टिक सर्जरी के लिए होगी तो एक एचआइवी संक्रमितों के लिए आरक्षित रहेगी।
मरीजों को करना पडता है लंबा इंतजार : बताते चलें कि अभी इमरजेंसी क्या सामान्य रूप से भी एचआइवी व हेपेटाइटिस बी संक्रमितों को ऑपरेशन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। इन समस्याओं से निजात के लिए नई सॢजकल इमरजेंसी में एक ऑपरेशन थिएटर को सिर्फ एचआइवी संक्रमितों के लिए रिजर्व रखा गया है। नई इमरजेंसी शुरू होने से सबसे ज्यादा फायदा एचआइवी संक्रमितों को ही होगा।