राजद की उपेक्षा से आहत हैं कुशवाहा, मांझी व सहनी, बंद कमरे में किया चुनावी मंथन; कांग्रेस को भी नहीं बुलाया
कुशवाहा मांझी व मुकेश सहनी ने मंगलवार को बंद कमरे में मिले। बताया जाता है कि चुनाव को लेकर घंटों मंथन हुआ। इसे ले महागठबंधन का सियासी पारा चढ़ गया है। राजद-कांग्रेस ने कही ये बात।
पटना, राज्य ब्यूरो। कोरोना संकट के बीच बिहार में चुनावी सरगर्मी भी जोर पकडऩे लगी है। इस वर्ष प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को देखते हुए महागठबंधन के नेता सीटों पर आपसी सहमति बनाने में जुट गए हैं। मंगलवार को राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) अध्यक्ष जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) प्रमुख मुकेश सहनी के बीच बंद कमरे में चुनावी तैयारियों को लेकर घंटों मंथन हुआ। खास बात कि इस बैठक के बारे में न तो राष्ट्रीय जनता दल को पता था और न ही कांग्रेस को। बैठक को लेकर जदयू ने चुटकी ली है।
कुशवाहा-मांझी ने सहनी के पाले रखी गेंद
बैठक के बाद मांझी और कुशवाहा ने मीडिया से यह कह कर किनारा कर लिया कि जो जानकारी देनी हैं मुकेश सहनी देंगे। सहनी ने मीडिया से कहा कि बैठक मुख्य रूप से अन्य राज्यों में फंसे प्रवासियों की कुशल वापसी को लेकर थी। इसमें किसी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा तीनों प्रमुख दल के नेता महागठबंधन के साथ हैं और सीटों को लेकर भी उनके बीच कोई विवाद नहीं है।
नहीं पसंद आ रहा राजद का आक्रामक रवैया
इधर बैठक में शामिल सूत्रों ने बताया कि महागठबंधन के तीनों घटक राजद द्वारा की जा रही उपेक्षा से काफी आहत हैं। राजद का आक्रामक रवैया इन नेताओं को पसंद नहीं आ रहा है। इन नेताओं ने सहमति बनाई है कि इस मुद्दे पर वे कांग्रेस हाईकमान के सामने अपनी समस्या रखेंगे और कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष से हस्तक्षेप की मांग करेंगे। इसके बाद भी यदि बात नहीं बनती है तो अन्य विकल्प पर तीनों पार्टी के नेता विचार-विमर्श कर किसी अंतिम निर्णय पर पहुंचेंगे।
राजद व कांग्रेस ने कही ये बात
महागठबंधन के तीनों नेताओं उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी व मुकेश सहनी की मंगलवार को हुई बैठक के बारे में न राजद को पता था और न ही कांग्रेस को। बाद में मीडिया के पूछे जाने पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महागठबंधन का नेतृत्व तेजस्वी यादव कर रहे हैं। राजद सबसे बड़ा दल है। ऐसे में कौन कहां बैठक कर रहे हैं, उससे कुछ नहीं होने वाला है। दूसरी ओर एक चैनल से बात करते हुए कांग्रेस के एमएलसी व प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि हमलोगों को बैठक के बारे में जानकारी नहीं थी। उन्होंने कमेंट करते हुए कहा कि शायद सोशल व पर्सनल डिस्टेंसिंग के कारण दूसरी पार्टियों काे बुलाना उचित नहीं समझा गया हो। उधर, इस बैठक पर जदयू ने भी चुटकी ली। जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि कोरोना का अभी संकट काल चल रहा हैा ऐसे में राजनीति कहीं से उचित नहीं है, यह मानसिक दिवालिये की निशानी है।