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गुप्‍तेश्‍वर पांडेय की स्‍वैच्छिक सेवानि‍वृत्ति के बाद बिहार के नए DGP बने केएस सिंघल, जानिए उनके बारे में

बिहार के डीजीपी गुप्‍तेश्‍वर पांडेय की स्‍वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद होमगार्ड डीजी एसके सिंघल को डीजीपी का अतिरिक्‍त प्रभार दिया गया है। सिंघल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी माना जाता हैं। जानिए उनके बारे में कुछ बातें।

By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 11:54 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 01:19 PM (IST)
गुप्‍तेश्‍वर पांडेय की स्‍वैच्छिक सेवानि‍वृत्ति के बाद बिहार के नए DGP बने केएस सिंघल, जानिए उनके बारे में
होमगार्ड के डीजी संजीव कुमार सिंघल। इन्‍हें मिला डीजीपी का अतिरिक्‍त प्रभार।

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्‍तेश्‍वर पांडेय (DGP Gupteshwar Pandey) ने स्‍वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है। अब वे राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में अपनी राजनीतिक पारी आरंभ करेंगे। इस बीच राज्‍य सरकार ने होमगार्ड के डीजी संजीव कुमार सिंघल (Sanjeev Kumar Singhal) को डीजीपी का अतिरिक्‍त प्रभार (Additional Charge) दिया है। गृह विभाग (Department of Home) ने मंगलवार देर रात इसकी अधिसूचना (Notification) जारी कर दी। सिंघल पंजाब के रहने वाले हैं।

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सीएम नीतीश कुमार के माने जाते हैं करीबी

1988 बैच के सीनियर आइपीएस अधिकारी संजीव कुमार सिंघल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के करीबी माने जाते हैं। वे मुख्‍यमंत्री के गृह जिले नालंदा समेत कई जिलों व प्रमंडलों के बतौर एसपी व एसएसपी तथा डीआइजी व आइजी तैनात रहे हैं। वे एडीजी और डीजी के पद पर कार्य कार्यरत रहे हैं। वर्तमान में वे हामगार्ड व अग्निशमन विभागों के डीजी हैं। उन्‍हें राज्‍य के डीजीपी का अतिरिक्‍त प्रभार दिया गया है।

जल्‍दी ही होगी पूर्णकालिक नियुक्ति

सिंघल का नाम बिहार के तेजतर्रार अफसरों में शुमार किया जाता है। चर्चा है कि डीपीसी की औपचारिकता पूरी करने के बाद सरकार शीघ्र ही सिंघल की डीजीपी पद पर पूर्णकालिक तैनाती कर देगी। पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग के आदेश पर डीपीसी की औपचारिकता पूरी करने की कवायद शुरू कर दी है।

अग्निशमन विभाग में किए कई काम

सिंघल 1988 बैच के आइपीएस अफसर हैं। सिंघल को गृह रक्षा वाहिनी व अग्निशमन सेवा के डीजी पद पर अप्रैल 2020 में तैनाती मिली थी। इससे पहले वे एडीजी (मुख्यालय) और बीएमपी के डीजी के पद पर तैनात थे।

उन्‍होंने गृह रक्षा वाहिनी व अग्निशमन सेवा के डीजी का पद संभालने के बाद कई अहम बदलाव और सुधार किए। इसके साथ डीजी सेल के गठन का काम किया। इसके तहत मकसद था कि सुझाव या शिकायत को जिला से मुख्यालय तक पहुंचाने की सुदृढ़ व्यवस्था हो सके। इसके लिए बाकायदा शिकायत व सुझाव रजिस्टर भी बनाए गए। होमगार्ड में प्रतिनियुक्ति की नियमित माॅनिटरिंग के साथ समय पर कार्यों के निष्पादन में सुधार किया।


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