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International Yoga Day पर योगा गर्ल का फिटनेस मंत्र- योग से भागेगा डिप्रेशन, दूर रहेगा कोरोना

International Yoga Day योग में कोरोना व डिप्रेशन के इलाज छिपे हैं। ध्‍यान व प्राणायाम से हम उनसे छुटकारा पा सकते हैं। बता रहीं हैं बिहार की योगा गर्ल पूनम। जानिए।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 03:16 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jun 2020 11:04 PM (IST)
International Yoga Day पर योगा गर्ल का फिटनेस मंत्र- योग से भागेगा डिप्रेशन, दूर रहेगा कोरोना
International Yoga Day पर योगा गर्ल का फिटनेस मंत्र- योग से भागेगा डिप्रेशन, दूर रहेगा कोरोना

पटना, जेएनएन। बीते 14 जून को अवसाद (Depression) में चल रहे बॉलीवुड स्‍टार सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने सुसाइड (Suicide) कर लिया। दरअसल, आज की भागदौड़ व संघर्ष भरी जिंदगी में अवसाद एक बड़ी बीमारी के रूप में उभरकर सामने आई है। कोरोना संक्रमण (CoronaVirus Infection) के संकट के कारण लॉकडाउन (Lockdown) में इसमें इजाफा हुआ। याेग (Yoga) में इस समस्‍या का निदान छिपा है। अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के अवसर पर याेग नगरी मुंगेर की रहने वाली व पटना में योग प्रशिक्षक पूनम कुमारी ने बताया कि ध्‍यान व प्राणायाम कर हम न केवल अवसाद से छुटकारा पा सकते हैं, बल्कि कोरोना से भी लड़ सकते हैं।

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मुंगेर के योग विश्‍वद्यालय ने कई साधक व योग गुरु दिए हैं। इसी कड़ी में एक नाम है पूनम का। योग नगरी की यह योगा गर्ल एसीसी सीमेंट कंपनी (सिंदरी), धनबाद डीएवी स्‍कूल तथा मुंबई में योग प्रशिक्षण देने के बाद इन दिनों पटना में हैं। वे पटना स्थित बामेती में तथा वाल्‍मी में प्रशासनिक अधिकारियों को योग प्रशिक्षण देती हैं।

जब, जहां वक्‍त मिले, करें थोड़ा ध्‍यान

पूनम कहतीं हैं कि मानसिक बीमारियां बहुत हद तक हमारी सोंच पर निर्भर करतीं हैं। अधिक साेचने व तनाव से से शरीर का रासायनिक संतुलन बिगड़ता है। यह बीमारियों का कारण बनता है। तनाव दूर करने के लिए जरूरी नहीं कि आप हिमालय पर जाकर ध्‍यान करें। आप जब भी, जहां भी वक्‍त मिले, थोड़ा ध्‍यान कर सकते हैं। ऑफिस या घर में या जहां भी वक्‍त मिले, सांस लेकर ध्‍यान लगाएं और 20 तक गिनें। इससे शरीर में हल्‍कापन आएगा। धीरे-धीरे आप खुद को बेहतर महसूस करेंगे।

अवसाद से लड़ने को करें भ्रामरी प्राणायाम

प्राणायाम भी तनाव से मुक्ति देते हैं। भ्रामरी प्राणायाम करने से आप अवसाद से दूर रहेंगे, अगर किसी कारण से अवसाद में हैं तो यह प्राणायाम अवसाद से मुक्ति दिलाएगा। इससे रात को अच्‍छी नींद भी आती है। पूनम ने बताया कि भ्रामरी प्राणायाम करने के लिए तर्जनी अंगुली से कान को बंद कर दो-तीन मिनट तक लंबी व गहरी सांस लें। साथ में ऊं का उच्चारण करें या भंवरे जैसी आवाज निकालें। भ्रामरी प्राणायाम कभी भी कर सकते हैं। इसे रात में सोने के वक्‍त करें और थोड़ा ध्‍यान लगाएं तो अच्‍छी नींद आएगी। इसके अलावा कपालभा‍ति व भस्त्रिका प्राणायाम भी लाभकारी होते हैं।

कोरोना से लड़ने में सक्षम बनाता नाड़ी शोधन

पूनम ने कहा कि इन दिनों कोरोना महामारी से लडने में भी योग उपयोगी है। अगर हम नियमित नाड़ी शोधन करें तो इससे हमारी सांस लेन की क्षमता के साथ बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ेगी। नियमित नाड़ी शोधन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ती है। पूनम के अनुसार कोरोना संक्रमण का फिलहाल इलाज नहीं है। ऐसे में मरीज के स्‍वस्‍थ होने में रोग प्रतिरोधक क्षमता का बड़ा महत्‍व है। नाड़ी शोधन कैसे करें, यह बताते हुए उन्‍होंने कहा कि नाक के बाएं छिद्र से सांस लेते हुए दाएं से छोड़ना है। सांस धीरे-धीरे लंबी करते हुए देर तक रोकना है। इससे सांस लेने की क्षमता बढ़ती है।


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