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बिहार: आरा में पथराव के बाद जान बचाकर भागे कन्‍हैया, काफिले में शामिल वाहनों से कई लोग कुचले

जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्‍यक्ष कन्‍हैया कुमार पर फिर पथराव हुआ है। इस बार पथराव बिहार के आरा में हुआ है। मामला इतना आगे बढ़ गया कि कन्‍हैया को जान बचाकर भागना पड़ा। जानें मामला

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Fri, 14 Feb 2020 05:04 PM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 08:39 AM (IST)
बिहार: आरा में पथराव के बाद जान बचाकर भागे कन्‍हैया, काफिले में शामिल वाहनों से कई लोग कुचले
बिहार: आरा में पथराव के बाद जान बचाकर भागे कन्‍हैया, काफिले में शामिल वाहनों से कई लोग कुचले

आरा, जेएनएन। जवाहर लाल नेहरू विश्‍वविद्यालय छात्रसघ (JNUSU) के पूर्व अध्यक्ष व भाकपा नेता कन्हैया कुमार पर एक बार फिर पथराव हुआ है। यह पथराव बक्‍सर से आरा जाने के दाैरान हुआ है। बताया जाता है कि स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि कन्‍हैया कुमार को जान बचाकर भागना पड़ा। कन्‍हैया के काफिले से कई बाइक सवार भी जख्‍मी हो गए हैं। मौके पर पुलिस पहुंच गई। बता दें कि आज ही बक्‍सर में कन्‍हैया कुमार को काला झंडा दिखाया गया है। 

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जानकारी के अनुसार, वामदलों की जन मन यात्रा के तहत शु्क्रवार को भाकपा नेता कन्‍हैया कुमार की सभा बिहार के बक्‍सर व आरा में निर्धारित थी। इसी क्रम में वे बक्‍सर में सभा को संबोधित कर आरा जा रहे थे। आरा के रमना मैदान में कार्यक्रम होने वाला था। 

बताया जाता है कि आरा-बक्सर हाईवे पर गजराजगंज ओपी के बामपाली गांव के समीप बाइक सवार लोगों ने कन्‍हैया कुमार के काफिले में जमकर पथराव कर दिया। बताया जाता है कि भागने के क्रम में काफिले में शामिल वाहन से कई बाइक सवार कुचला गये। इसमें कई को काफी चोटें आई। एक को तो इलाज के लिए अस्‍पताल में एडमिट कराना पड़ा।

जानकारी के अनुसार, काफिले में शामिल वाहनों से कुचलाए जाने से लोग काफी आक्रोशित हो गए। मामला इतना बढ़ गया कि वहां से किसी तरह कन्हैया जान बचाकर भागे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने अस्‍पताल पहुंच घायल व्‍यक्ति से भी पूछताछ की है। हालांकि, पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत किया। तब कन्‍हैया आरा पहुंचे। 

खास बात कि आरा के गजराजगंज में हुए पथराव के पहले बक्‍सर में भी कन्‍हैया कुमार के काफिले को लोगों ने काला झंडा दिखाया था। बाद में पुलिस के हस्‍तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। गौरतलब है कि कन्‍हैया कुमार के साथ पथराव या काला झंडा दिखाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में 26 जनवरी से उनकी जन मन यात्रा शुरू हुई है। तब से कहीं न कहीं पथराव व काला झंडा दिखाने का मामला सामने आ रहा है। और तो और, नवादा में तो कौआ कुमार की संज्ञा देकर वापस जाने से संबंधित होर्डिंग भी लगा दिया गया था।   


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