कपलिंग टूटने से दो हिस्सों में बंटी कामाख्या-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस
बिहटा (पटना)। दानापुर रेल मंडल के नेउरा व सदिसोपुर के बीच कामाख्या से लोकमान्य तिलक स्ट
बिहटा (पटना)। दानापुर रेल मंडल के नेउरा व सदिसोपुर के बीच कामाख्या से लोकमान्य तिलक स्टेशन जा रही कामाख्या-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस की शुक्रवार दोपहर बाद अचानक कपलिंग टूट गई। कपलिंग टूटने से आधी ट्रेन आगे चली गई और आधी पीछे ही छूट गई। चलती ट्रेन में कपलिंग टूटने से पिछले हिस्से का भाग भी कुछ दूर तक चलता रहा और धीरे-धीरे रुक गया। कपलिंग टूटने से बड़ा हादसा होने से बच गया। घटना के बाद यात्रियों में दहशत का माहौल था। सूचना मिलते ही आसपास के सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए।
घटना के बाद डरे-सहमे यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यात्रियों के साथ स्थानीय लोग भी हंगामे का समर्थन करने लगे। पिछली बोगी में बैठे गार्ड बार-बार अपने वायरलेस से कंट्रोल को सूचना देते रहे। कपलिंग टूटने के बाद आगे का आधा हिस्सा भी थोड़ी दूर जाने के बाद रुक गया। कुछ देर बाद अगले हिस्से को वापस पीछे लाया गया। ट्रेन की कपलिंग को बदलने के बाद लोको पायलट ट्रेन को आगे की ओर ले गए। इस बीच 40-50 मिनट तक ट्रेन रुकी रही।
रेल प्रबंधन की मानें तो 02520 कामाख्या-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस नेउरा स्टेशन से अपराह्न 3.20 बजे गुजरी थी। थोड़ी दूर आगे जाने के बाद सदिसोपुर के आसपास अचानक ट्रेन रुक गई। ट्रेन में वैक्यूम हो गया और गाड़ी रुक गई। लोको पायलट व गार्ड दोनों ने मिलकर ठीक तो किया, परंतु ट्रेन के आगे बढ़ते ही एसी स्पेशल ट्रेन से जोरदार आवाज आने लगी। तेज आवाज सुनकर लोको पायलट ने जैसे ही ब्रेक लगाई कि जोर के झटके से ट्रेन की कपलिग टूट गई और बोगी दो भागों में विभक्त हो गई। इंजन सहित सात बोगी करीब आधा किमी आगे निकल गई। गनीमत रही कि ट्रेन की स्पीड ज्यादा नहीं थी। चालक ने सूझबूझ से काम लेते हुए बड़ा हादसा होने से बचा लिया। 40 मिनट के बाद कड़ी मशक्कत से ट्रेन के दोनों हिस्सों को जोड़ा गया। यात्रियों ने बताया, ट्रेन पहले से ही चार घंटे विलंब से चल रही थी। रास्ते मे बोगी के दो हिस्सों में बंटने से हम लोग काफी भयभीत हो गए थे। कोट :-
-ट्रेन का वैक्यूम टूट गया था। उसे ठीक करके ट्रेन आगे बढ़ी तो आवाज आने लगी। इसी बीच कपलिंग टूट गई। इस कारण कुछ देर ट्रेन स्टेशन पर रुकी रही, लेकिन जल्द ही उसे दुरुस्त कर ट्रेन को रवाना किया गया।
-सुनील कुमार, डीआरएम, पूर्व-मध्य रेल
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