बिहार: महागठबंधन व वाम दलों का निकला संयुक्त आक्रोश मार्च, निशाने पर रहे PM-CM; नहीं पहुंचे तेजस्वी
केंद्र एवं राज्य सरकारों के खिलाफ महागठबंधन एवं वाम दल बुधवार को बिहार के सभी जिला मुख्यालयों में आक्रोश मार्च निकाला। पटना में उपेंद्र कुशवाहा रहे मौजूद। नहीं पहुंचे तेजस्वी।
पटना [राज्य ब्यूरो]। केंद्र एवं राज्य की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार की सरकारों की नीतियों के खिलाफ बुधवार को महागठबंधन एवं वाम दलों की ओर से पूरे बिहार में आक्रोश मार्च निकाला। राजधानी पटना में आक्रोश मार्च का नेतृत्व रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने किया। हालांकि इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी नहीं पहुंचे। बताया गया कि वे अभी दिल्ली में हैं और शाम में रांची लौटेंगे। मार्च के पहले कुशवाहा ने ट्विटर पर हुंकार भरी और लिखा- 'सरकारी निरंकुशता, अब चरम के पार ! बदलो सरकार, तभी बदलेगा बिहार !!
'जनता परेशान और उपेक्षित है'
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएनएसपी) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि आक्रोश मार्च पटना में गांधी मैदान से जिला समाहरणालय तक गया। इसमें महागठबंधन के अलावा वाम दलों के सभी बड़े नेता शामिल रहे। उन्होंने कहा कि पटना सहित हर जिला मुख्यालय में आक्रोश मार्च निकाला गया। उन्होंने कहा कि जनता परेशान है और उसकी अपेक्षा है कि विपक्षी दल सरकार के खिलाफ ज्वलंत मुद्दों को लेकर आंदोलन चलाएं।
शामिल रहे महागठबंधन के सभी दल
आक्रोश मार्च में महागठबंधन के तमाम दलों के नेता मौजूद रहे। रालोसपा के अलावा कांग्रेस, राजद, हम आदि के नेताओं ने पटना समेत जिलास्तर पर निकाले गए आक्रोश मार्च में शिरकत की। पटना के अलावा गया, लखीसराय, दरभंगा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शेखपुरा समेत अन्य जिलों में आक्रोश मार्च में महागठबंधन के अलावा वाम दलों के नेताओं ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया।