Jitia Vrat Date & Timing: मिथिला पंचांग में 35 तो बनारसी में 24 घंटे का जिउतिया व्रत, यहां जानें टाइमिंग
Jitia Vrat Date Timing बिहार में मनाए जाने वाले पर्वों में जितिया का स्थान बेहद खास है। महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र के लिए पूरी तरह बिना आहार और बगैर पानी पिए व्रत रखती हैं। यहां आप व्रत की सही टाइमिंग जान सकेंगे।
पटना, जागरण संवाददाता। बिहार और झारखंड के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में मनाया जाने वाला जिउतिया का व्रत महत्वपूर्ण त्योहार है। संतान की लंबी आयु के लिए प्रति वर्ष महिलाएं व्रत रखती हैं। इसको लेकर मान्यताएं कई हैं। इस दिन माताएं अपने संतान की सुरक्षा और लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। गंधर्व राजकुमार जीमूतवाहन के नाम पर इस व्रत का नाम जिउतिया व्रत रखा गया है। व्रत के मौके पर महिलाएं कुश से निर्मित जीमूतवाहन की प्रतिमा बनाकर पूजा कर कथा सुनती हैं। मिथिला पंचांग के अनुसार आश्विन कृष्ण सप्तमी सोमवार 27 सितंबर के अल सुबह चार बजे यानी सूर्योदय के पहले सरगही-ओठगन करेंगी। 29 सितंबर को व्रत करने वाले श्रद्धालु 28 की रात में सरगही करेंगे।
जिउतिया की टाइमिंग को लेकर इस बार हिंदू पंचांग एकमत नहीं है। बनारसी पंचांग के साथ मिथिला पंचांग में समय अलग-अलग दिए हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि इस बार जिउतिया व्रत दो दिनों का है। बनारसी पंचांग के अनुसार श्रद्धालु 29 सितंबर दिन बुधवार को जिउतिया व्रत करेंगी और गुरुवार 30 सितंबर को सुबह पारण करेंगी। नहाय-खाय 28 सितंबर को होगा। जबकि मिथिला पंचांग के अनुसार, व्रती 28 सितंबर दिन मंगलवार को व्रत रखेंगी और 29 की शाम 5.04 बजे व्रत का पारण करेंगी।
संतान की लंबी आयु के लिए व्रत को लेकर पंचांग एकमत नहीं
बनारसी पंचांग के अनुसार, जिउतिया व्रत 24 घंटे का और मिथिला पंचांग के अनुसार व्रती 35 घंटे का व्रत रखेंगी। आश्विन कृष्ण अष्टमी तिथि 28 सितंबर दिन मंगलवार को 3.15 बजे से आरंभ होकर 29 सितंबर दिन बुधवार शाम 5.04 बजे तक है। ऐसे में व्रती अपने-अपने पंचांग के अनुसार व्रत रख सकती हैं।
संतान, सौभाग्य व वंश वृद्धि के लिए व्रत
मिथिला पंचांग
सरगही/ओठगन- सोमवार 27 सितंबर
जिउतिया व्रत-उपवास - मंगलवार 28 सितंबर
पारण- बुधवार 29 सितंबर की शाम 05 :04 के बाद
बनारसी पंचांग
नहाय-खाय व सरगही - मंगलवार 28 सितंबर
जिउतिया उपवास- बुधवार 29 सितंबर
पारण- गुरुवार 30 सितंबर को सूर्योदय के बाद