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आरसीपी सिंह बने जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने दिया प्रस्‍ताव

रविवार को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक संपन्‍न हुई। जदयू प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में आयोजित बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह को राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनाने का प्रस्‍ताव दिया जिसे सर्वसम्‍मति से मान लिया गया। आरसीपी इस अवसर पर भावुक हुए।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 27 Dec 2020 01:13 PM (IST)Updated: Sun, 27 Dec 2020 10:16 PM (IST)
आरसीपी सिंह बने जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने दिया प्रस्‍ताव
जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उपस्थित नीतीश कुमार व पार्टी के अन्य नेता।

राज्य ब्यूरो, पटना : जदयू प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में नीतीश कुमार के नेतृत्‍व में राष्ट्रीय कार्यकारिणी व राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक संपन्‍न हुई। बैठक में राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) आरसीपी सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिए गए। सीएम नीतीश कुमार ने खुद उनके नाम का प्रस्‍ताव दिया। राष्ट्रीय कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से नीतीश कुमार के प्रस्ताव का समर्थन किया। वर्तमान में नीतीश कुमार ही जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष थे। उन्‍होंने कहा कि सीएम रहते हुए राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष रहना संभव नहीं है। 

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 आरसीपी सिंह अगले तीन वर्षों के लिए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे। मालूम हो कि नीतीश कुमार 30 अक्टूबर 2019 से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का काम देख रहे थे। इसके पूर्व अक्टूबर 2016 में भी वह निर्विरोध जदयूू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे।

मेरे लिए यह भावुक क्षण : आरसीपी

जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राष्ट्रीय कार्यसमिति में अपने संबोधन के दौरान आरसीपी ने कहा कि उनके लिए यह काफी भावुक क्षण है। मेरे पास नीतीश कुमार के साथ काम करने का दो दशक  से अधिक यानी 23 वर्षों का अनुभव है। जब मैं सरकारी सेवा में था तब भी नीतीश कुमार के साथ रहा।

आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार की खासियत यह है कि वह चाहे जिस पद पर रहे हैं वहां अपनी छाप छोड़ते रहे हैं। देश की पहली कृषि नीति भी उस समय बनी जब नीतीश कुमार के जिम्मे केंद्र में कृषि मंत्रालय का जिम्मा था। उन्होंने सरकारी महकमों में एक कार्यसंस्कृति पैदा किया। यही वजह है कि सरकारी कर्मी भी नीतीश कुमार को सम्मान के साथ देखते हैं। उन्हें यकीन है कि सबों के सहयोग से वह राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का दायित्व निभाने मेंं सफल रहेंगे।

 इसके पहले शनिवार को नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में ये तय हो गया था कि रविवार को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी व राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कौन-कौन प्रस्ताव लिए जाएंगे। इसी के तहत संगठन विस्तार का प्रस्ताव लाने पर सहमति बनी। पार्टी कोरोना व पर्यावरण विस्तार पर भी प्रस्ताव लाएगी। राजनीतिक प्रस्ताव के तहत पश्चिम बंगाल के चुनाव पर भी विमर्श होगा। जदयू का वहां चुनाव लड़ना तय है।


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