Move to Jagran APP

भागलपुर की रैली पर जदयू का पलटवार, कहा- चरित्र हनन पर उतर आये हैं लालू

भागलपुर की रैली पर पलटवार करते हुए जदयू ने कहा कि लालू इस स्तर तक गिर जायेंगे, हमने नहीं सोंचा था। मुद्दा रहित हो चुके लालू प्रसाद चरित्र हनन पर उतर आये हैं।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Sun, 10 Sep 2017 08:05 PM (IST)Updated: Sun, 10 Sep 2017 08:52 PM (IST)
भागलपुर की रैली पर जदयू का पलटवार, कहा- चरित्र हनन पर उतर आये हैं लालू
भागलपुर की रैली पर जदयू का पलटवार, कहा- चरित्र हनन पर उतर आये हैं लालू

पटना [राज्य ब्यूरो]। भागलपुर की रैली में जदयू नेताओं पर व्यक्तिगत आरोप लगाने से लालू प्रसाद पर नाराज जदयू ने कहा है कि लालू प्रसाद ही इतना नीचे गिर सकते हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार पर उन्होंने जो व्यक्तिगत आरोप लगाए हैं, वे निराधार हैं। इस स्तर तक लालू प्रसाद ही गिर सकते हैं। वह मुद्दा रहित हो चुके हैं और इसी कारण चरित्र हनन पर उतर आए हैं। उनके पास कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बचा है।

loksabha election banner

नीतीश के दोस्त हैं उदयकांत 

सिंह ने कहा कि उदयकांत मिश्रा तो नीतीश कुमार के करीबी दोस्त हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने दोस्त के घर ठहरता है तो उसे राजनीतिक दृष्टि से कोई कैसे देख सकता है। यह तो उसकी राजनीति सोच को दर्शाता है। राजनीति में ऐसी बातें शोभा नहीं देतीं। जहां तक प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र की बात है, तो उसने बड़े काम किए हैं। चिकित्सा पद्धति पर किसी को अंगुली नहीं उठानी चाहिए। 

लालू ऐसे हो जाएंगे अपेक्षा न थी 

जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि लालू प्रसाद इस तरह की राजनीति करेंगे, हमें अपेक्षा नहीं थी। जदयू उनसे करीब तीन दशकों से लड़ रहा है, लेकिन न तो नीतीश कुमार और न ही पार्टी के किसी नेता ने उनके खिलाफ कभी कोई व्यक्तिगत आरोप लगाया है।

हम तो कांग्रेस, फिर भाजपा और अभी शरद यादव के खिलाफ लड़ रहे हैं। लेकिन कभी भी किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की। चरित्र हनन की राजनीति बदले हुए दौर में गिरावट का प्रतीक है। लालू प्रसाद चरित्र हनन की राजनीति कर रहे हैं। 

लालू प्रसाद के बहकावे में नहीं आएगी जनता 

जदयू के प्रदेश प्रवक्ता प्रगति मेहता ने कहा है कि लालू प्रसाद चाहे जितनी भी रैली कर लें, जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी। वह सृजन के नाम पर भागलपुर में विसर्जन रैली कर रहे हैं। रैली कर जनता को भ्रमित करना लालू प्रसाद की पुरानी आदत है।

नीतीश कुमार सब छोड़ सकते हैं, लेकिन भ्रष्टाचार से समझौता नहीं कर सकते हैं। पिछले दिनों जब बिहार का करीब 20 जिला बाढ़ से जूझ रहा था, तब लालू प्रसाद और उनका परिवार गांधी मैदान में रैली में मस्त था। अब वह चाहे जितनी रैली कर लें या यात्रा कर लें, जनता उनके बहकावे में आने वाली नहीं है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.