जदयू अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे ललन सिंह बोले-एक-एक कार्यकर्ता के सम्मान की करेंगे रक्षा
Bihar Politics जेडीयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का शुक्रवार को पटना में स्वागत किया गया। वे एयरपोर्ट से पटना स्थित पार्टी कार्यालय खुली जीप में काफिले के साथ पहुचे। वहां वे पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
राज्य ब्यूरो, पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित अपने सम्मान समारोह में कहा कि वे पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता के सम्मान की रक्षा करेंगे। पटना में रहने पर दोपहर 12 बजे से लेकर कार्यकर्ताओं के जाने तक वे प्रदेश कार्यालय में पार्टी के लोगों से मिलेंगे। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद वे पहली बार पटना पहुंचे। जबरदस्त स्वागत के बीच हवाईअड्डे से जदयू दफ्तर वे तीन घंटे से भी अधिक समय में पहुंचे। वाहनों के लंबे काफिले के बीच वे खुली कार में खड़े थे।
जदयू प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में सम्मान समारोह में उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को उचित सम्मान व हिस्सेदारी मिलेगी। पार्टी का अध्यक्ष संगठन नहीं चलाता है, बल्कि यह जवाबदेही कार्यकर्ताओं द्वारा निभाई जाता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि पूरे जोश के साथ संगठन को मजबूत करने के काम में लग जाएं। वे खुद पूरी मुस्तैदी के साथ कार्यकर्ताओं के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलेंगे। वे प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैैं। उस समय भी वह कार्यकर्ताओं के सम्मान पर केंद्रित थे। कार्यकर्ताओं से उनका यह अनुरोध रहेगा कि विगत 15 वर्षों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो काम किया है उसे लोगों के घर-घर तक पहुंचाएं।
ललन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद वे पहली बार पटना आए। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका पूरे उत्साह के साथ स्वागत किया है। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को वे धन्यवाद देते हैैं। इस उत्साह को देखकर यह पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुझे जो जिम्मेदारी है वह शत प्रतिशत पूरी होगी।
आरसीपी के बाद ललन को मिली है जिम्मेदारी
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा (Umesh Singh Kushwaha) ने कहा कि ललन बाबू के पास नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ काम करने का कई दशकों का समृद्ध अनुभव है। इसके अलावा उनके पास लंबे संसदीय जीवन का अनुभव है। इसका उपयोग वह दल को आगे बढ़ाने और देश भर में जदयू का विस्तार करने में करेंगे। ललन सिंह को आरसीपी सिंह (RCP Singh) के बाद जेडीयू के अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है। आरसीपी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में जाने के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया। उनसे पहले कई साल तक मुख्यमंत्री नीतीश खुद ही पार्टी के अध्यक्ष रहे। शरद यादव (Sharad Yadav) सबसे लंबे समय तक जेडीयू के अध्यक्ष रहे हैं। नीतीश कुमार से संबंध खराब होने के बाद उन्होंने जेडीयू से अलग होकर नई पारी शुरू की। हालांकि, वे राजनीतिक तौर पर इस नई भूमिका में कामयाब नहीं हो सके।
सवर्णों में पैठ बढ़ाने की कोशिश करेगी पार्टी
माना जा रहा है कि ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद सौंपने के बाद जेडीयू सवर्णों के बीच पैठ बढ़ाने की कोशिश करेगा। राज्य में प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी प्रदेश अध्यक्ष का पद जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) को सौंप रखा है। जेडीयू में हुए बदलाव से सामाजिक और वोट के समीकरण को और मजबूत करने की कोशिश की जाएगी।