श्याम रजक का बड़ा बयान, अंतिम सांस तक लड़ूंगा आरक्षण की लड़ाई
श्याम रजक ने कहा है कि दलितों के विकास के लिए मरते दम तक लड़ाई लड़ेंगे, चाहे इसके लिए मेरी हत्या क्यों ना हो जाए।
पटना [जेएनएन]। आरक्षण के मुद्दे पर अपनी अलग राय रखने वाले जदयू नेता श्याम रजक ने कहा है कि दलितों के अारक्षण के लिए मरते दम तक लड़ाई लड़ेंगे, इसके लिए चाहे मेरी हत्या ही क्यों ना करा दी जाए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार को सोचना चाहिए और कानून बनाकर लागू करना चाहिए।
बिहार के पूर्व मंत्री सह फुलवारी विधायक श्याम रजक ने कहा है कि सरकार दलितों के लिए आरक्षण तय करे, प्राइवेट संस्थानों में भी आरक्षण लागू करे। दलितों की स्थिति में सुधार जरूरी है और इसके लिए हमने कमर कस ली है और अब केंद्र सरकार इसके लिए संविधान बनाए ताकि दलितों का विकास हो सके।
उन्होंने कहा कि आजादी के 70 सालों के बाद भी दलितों कि स्थिति बद से बदतर है और कोई भी सरकार कुछ नहीं कर पा रही है। एेसे में केंद्र की एनडीए सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वो दलितों के उत्थान के लिए कदम उठाए और इसके लिए केवल बातें करने से नहीं, काम करने से होगा।