यूपी में खास उपस्थिति दर्ज कराने को बड़ी टीम बना रहा जदयू, काम आएगा RCP का प्रशासनिक अनुभव
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में खास उपस्थिति को केंद्र में रखकर जदयू वहां के लिए बड़ी टीम बनाने की तैयारी कर रहा है। यूपी के जदयू नेताओं द्वारा पंचायत चुनाव में भी पार्टी की सहभागिता की बात आने पर जल्द कोई निर्णय संभव है।
राज्य ब्यूरो, पटना। उत्तर प्रदेश में खास उपस्थिति को केंद्र में रखकर जदयू वहां के लिए बड़ी टीम बनाने की तैयारी कर रहा है। यूपी के जदयू नेताओं द्वारा पंचायत चुनाव में भी पार्टी की सहभागिता की बात आने पर जल्द कोई निर्णय संभव है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह यूपी कैडर में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे हैं। अपने हिसाब से वह उन इलाकों का चयन कर रहे जहां विधानसभा चुनाव में जदयू अपना प्रत्याशी उतारेगा। यूपी के जदयू नेताओं के साथ दो बार आरसीपी सिंह की बैठक हो चुकी है। चर्चा है कि यूपी में जदयू को सक्रिय किए जाने को लेकर केसी त्यागी को भी मोर्चे पर लाया जा सकता है।
तब शरद यादव ने चुनाव न लड़ने का लिया था निर्णय
एक समय आरसीपी सिंह के नेतृत्व में जदयू ने लंबी अवधि तक यूपी में खुद को सक्रिय किया था। कैडर भी तैयार किए गए थे। वरिष्ठ नेताओं ने कैंप किया था, पर आखिरी वक्त पर जदयू के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय ले लिया। यूपी से तब बड़ी संख्या में टिकट के दावेदार आरसीपी सिंह के पास पहुंचे थे। उन्हें आश्वासन भी दिया गया था। अब आरसीपी खुद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं तो उन्होंने पुन: इस दिशा में काम शुरू किया है।
संभावना वाली सीटों को चिह्नित कर रहा
यूपी में जदयू की भूमिका को लेकर पिछले दिनों में दिल्ली में यूपी के जदयू नेताओं के साथ आरसीपी की बैठक हुई थी। जदयू अपने सामाजिक समीकरण और संभावना वाली सीटों को चिह्नित कर रहा है। पटेल समाज से आने वाले को जदयू ने यूपी में जिम्मेवारी भी सौंपी है। सोनभद्र वाले इलाके और फिर गोपालगंज से सटे यूपी के इलाकों में सक्रिय करने की योजना है। आरसीपी सिंह के पास यूपी का अनुभव इस मायने में भी है कि एक समय वह पूर्व मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा से भी जुड़े थे। अधिकारी के रूप में उन्हें उन क्षेत्रों का ज्ञान है जहां संभावना है जदयू के लिए। यूपी के नेताओं ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ हुई बैठक में यह सुझाव दिया था कि पंचायत चुनाव में भी जदयू आगे आए। पर अभी इस बारे में और अधिक फीडबैक लिया जा रहा।