असम में ULFA उग्रवादियों से मुठभेड़ में बिहार का जवान शहीद, पैतृक गांव में मातम
असम में उल्फा उग्रवादियों से मुठभेड़ के दौरान बिहार के एक जवान की शहादत से उनके पैतृक गांव में मातम है। पार्थिव शरीर रविवार को गांव लाए जाने की संभावना है।
पटना [जेएनएन]। असम में उल्फा उग्रवादियों से सुरक्षा बालों की मुठभेड़ में बिहार के भोजपुर के एक जवान शशिकांत मिश्र शहीद हो गए। भोजपुर के शाहपुर प्रखंड के भरौली गांव निवासी शशिकांत 1999 में असम राइफल में भर्ती हुए थे। उत्कृष्ट सेवा के बाद उन्हें हवलदार में प्रमोशन मिला था।
जानकारी के अनुसार असम रायफल के जवान हवलदार शशिकांत मिश्र शुक्रवार को नागालैंड के दीमापुर में उग्रवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गये। इस खबर से भोजपुर स्थित उनके पैृतक गांव का माहौल पूरी तरह से गमगीन है। पिता इंद्रदेव मिश्र, माता सुनैना देवी और पत्नी स्नेहलता देवी के आंसू थम नही रहे। परिजनों के बिलखने की आवाज लोगों को विचलित कर रही हैं। इस मातमी माहौल के बीच शहीद के नन्हें बेटे लक्की को पता नहीं कि क्या हो चुका है।
शहीद हवलदार शशिकांत मिश्र ने भोजपुर के भरौली उच्च विद्यालय से मैट्रिक तथा आरा के जैन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की थी। गांव के समाजसेवी राजेश मिश्र बताते हैं कि वे काफी मेधावी छात्र थे। वर्ष 1999 में नौकरी लगने के कुछ माह पूर्व 21 जून 1999 को उनकी शादी बक्सर जिले के जवंही गांव में स्नेहलता कुमारी से हुई थी।
शहीद के तीन पुत्र हैं, जो डुमरांव में रहकर पढ़ाई कर रहे है। शहीद हवलदार अपने चार भाइयों में सबसे बड़े थे। शहीद के पिता इंद्रदेव मिश्र भी सेना में सेवा दे चुके हैं और सेवानिवृत्त होकर गांव में रहते हैं। उन्होंने बताया कि बेटे का पार्थिव शरीर रविवार को गांव लाने की बात बताई गई है।