बिहार: डीएम की पत्नी ने खत्म किया धरना, खाना खाकर लौट आईं मायके, जानिए मामला
जमुई के डीएम धर्मेंद्र सिंह की पत्नी अपनी मां के साथ उनके आवास के बाहर बुधवार के दिनभर धरने पर बैठी रहीं। फिर चकाई के विधायक सुमित सिंह के समझाने से दोनों ने धरना खत्म किया।
पटना [जेएनएन]। बिहार के जमुई के डीएम धर्मेंद्र कुमार के सरकारी आवास पर अपनी मां के साथ धरना पर बैठीं पत्नी वत्सला सिंह देर रात मान गईं और अपना धरना समाप्त किया। दिनभर धरने पर बैठी और हंगामा मचाने के बाद पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के समझाने का जब वत्सला सिंह पर कोई असर नहीं हुआ तो देर रात डीएम आवास पर चकाई के पूर्व विधायक सुमित सिंह पहुंचे।
सुमित सिंह डीएम की पत्नी वत्सला सिंह और उनकी मां को लेकर जिला अतिथि गृह पहुंचे और दोनों से बात की। दोनों ने धरना खत्म करने के बाद अतिथि गृह में खाना खाया और फिर वे पटना के लिए रवाना हो गईं।
बता दें कि बुधवार की सुबह जमुई के जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार की पत्नी वत्सला सिंह अपनी मां के साथ उनके सरकारी आवास के मुख्य द्वार पर पहुंची थीं और आवास के अंदर जाने का प्रयास किया किया था। सुरक्षा गार्ड ने ने कुछ देर उन्हें रोका मगर तमतमाईं वत्सला को ज्यादा देर नहीं रोक सके।
वत्सला सिंह ने कहा कि मेरे पति का घर है और मैं यहां रहने आई हूं। काफी देर तक हो-हंगामा चलता रहा और फिर दिनभर वो अपनी मां के साथ आवास के बाहर धरने पर बैठी रहीं। बता दें कि इस दौरान डीएम धर्मेंद्र कुमार जमुई में नहीं थे। वो किसी कार्य से बाहर गए थे।
वत्सला के धरने पर बैठने के बाद डीएम आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी। आवास के अंदर एसडीएम और एसडीपीओ के अलावे कई महिला पुलिसकर्मी तैनात दिखीं। बाहर नगर थाना की पुलिस लगी रही। थानाध्यक्ष संजय विश्वास घंटों डीएम आवास के बाहर ही डटे रहे। आवास परिसर में आने-जाने की किसी को भी इजाजत नहीं दी जा रही थी।
बता दें कि पांच साल पहले धर्मेंद्र सिंह की वत्सला सिंह से शादी हुई थी। लेकिन, उसके बाद दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया था कि धर्मेंद्र सिंह ने कोर्ट में तलाक की अर्जी दी थी। कहा गया है कि वत्सला सिंह बड़े शहर में रहना चाहती थीं और हनीमून पर जाने को लेकर भी दोनो के बीच विवाद हुआ था।