जेईई में इंटर की छात्राओं की राह आसान कर रहा आइआइटी पटना
जेईई की परीक्षा के लिए पटना आइआइटी इंटर की छात्राओं को गाइड कर रहा है।
By Edited By: Published: Thu, 20 Jun 2019 09:04 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jun 2019 09:06 PM (IST)
पटना। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) पटना में गुरुवार को कक्षा 11वीं व 12वीं की छात्राओं के लिए ओपन हाउस का आयोजन किया गया। इसमें छात्राओं को आइआइटी में पढ़ाई, सुविधाएं, कॅरियर के साथ-साथ जेईई मेन और एडवांस परीक्षा से संबंधित अहम जानकारी दी गई। इंजीनिय¨रग और प्रवेश परीक्षा की दुश्वारियों से संबंधित जिज्ञासा को आइआइटी पटना के निदेशक सहित सीनियर फैकल्टी ने शांत किया। छात्राओं को दूसरे सत्र में कंप्यूटर साइंस, सिविल, इलेक्ट्रिकल सहित सभी प्रयोगशालाओं को दिखाया गया। मशीनों की कार्यक्षमता व पढ़ाई में उसके महत्व विशेषज्ञों ने बताए। ओपन हाउस में डीपीएस, डॉन बॉस्को, सेंट कैरेंस, बाल्डविन एकेडमी, डीएवी, लीड्स एशियन, फाउंडेशन एकेडमी, लोयला हाई स्कूल, रेडिएंट इंटरनेशनल, आरपीएस, नोट्रेडम एकेडमी, अमहरा हाईस्कूल की 65 से अधिक छात्राएं शामिल हुई। आइआइटी जेईई सेल के चेयरमैन डॉ. सुधन माझी, वाइस चेयरमैन डॉ. प्रशात कुमार श्रीवास्तव, नोडल ऑफिसर डॉ. प्रियंका त्रिपाठी ने छात्राओं को इंजीनियरिंग में कॅरियर की जानकारी दी। एसोसिएट डीन डॉ. श्रीपर्णा साहा ने इंजीनियरिंग में छात्राओं की स्थिति और योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश की पहली महिला इंजीनियर ललिथा, कल्पना चावला आदि के संघर्ष व विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान का महत्व बताया। एसोसिएट डीन डॉ. सुब्रता कुमार ने छात्राओं के सवालों का जवाब दिया। डॉ. अल्पना नायक व डॉ. मनोरंजन कर ने आइआइटी पटना में छात्र-छात्राओं को उपलब्ध सुविधाएं और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। आइआइटी गुणवत्ता से नहीं करता समझौता उद्घाटन सत्र में आइआइटी पटना के निदेशक प्रो. पुष्पक भट्टाचार्य ने कहा कि आइआइटी कभी गुणवत्ता से समझौता नहीं करता है। यही उसकी खासियत है। फैकल्टी, छात्र, ऑफिसर सहित सभी अपने-अपने क्षेत्र में सर्वोत्तम रिजल्ट देने का प्रयास करते हैं। इंजीनियरिंग ग्रेट हार्ट, ग्रेट हेड और ग्रेट हैंड की दक्षता प्रदान करता है। इंजीनियरिंग करने वालों को इसी कॉन्सेप्ट को लेकर चलना चाहिए। दिल जो कहे, उसी ब्रांच में नामांकन लें पैकेज व प्लेसमेंट की संभावना को ध्यान में रखते हुए इंजीनियरिंग करने वाले अधिसंख्य छात्र कंप्यूटर साइंस को पसंद करते हैं। लेकिन, क्या वास्तव में आप कंप्यूटर साइंस के लिए बने हैं? हमेशा अपने हार्ट को फॉलो कीजिए। दिल जो कहे, उसी ब्रांच में नामांकन लें। सभी ब्रांच में असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले आइआइटी में छात्राओं के लिए अतिरिक्त सीटों का आइडिया आया था। अब तेजी से छात्राओं की संख्या बढ़ रही है। महिलाएं बेहतर और अलग तरीके से सोचती हैं आइआइटी निदेशक ने कहा कि उनका व्यक्तिगत अनुभव है कि महिलाएं बेहतर और अलग तरीके से सोचने की क्षमता रखती हैं। कई बार हम किसी परिस्थिति में उलझे रहते हैं और उसी वक्त महिलाएं उसका समाधान निकाल लेती हैं। छात्राएं इतनी संख्या में ओपन हाउस में शामिल हुई हैं। यह सुखद है। इनमें से अधिसंख्य आगामी एक-दो वर्षो में किसी आइआइटी में होंगी। आइआइटी पटना अच्छा काम कर रहा है। जेईई एडवांस क्वालीफाई करने के बाद यहां नामांकन लेने पर उन्हें खुशी होगी। छात्राओं से कहा कि फाउंडेशन मजबूत होने पर सफलता सुनिश्चित है। सपने हमेशा ऊंचे हों, लेकिन पाव जमीन पर रहे, इसका ध्यान रखना चाहिए।
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