बिहारः कटिहार-अमृतसर के बीच चलेगी समर स्पेशल ट्रेन, इन स्थानों की यात्रा भी होगा आसान
Indian Railway news रेलवे ने अमृतसर से कटिहार के बीच समर स्पेशल चलाने का निर्णय लिया गया है। 05733/34 कटिहार-अमृतसर त्रैसाप्ताहिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन 30 अप्रैल से प्रत्येक सोमवार बुधवार व शुक्रवार कटिहार से होगा। जानें कहां से कहां जाना होगा आसान-
जागरण संवाददाता, पटना : रेलवे ने अमृतसर से कटिहार के बीच समर स्पेशल चलाने का निर्णय लिया गया है। 05733/34 कटिहार-अमृतसर त्रैसाप्ताहिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन 30 अप्रैल से प्रत्येक सोमवार, बुधवार व शुक्रवार कटिहार से होगा। वहीं, तीन मई से प्रत्येक गुरुवार, शनिवार एवं सोमवार को अमृतसर से अगली सूचना तक किया जाएगा। इस गाड़ी में सभी कोच आरक्षित श्रेणी के होंगे। इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के मानकों का पालन करना होगा।
इन स्थानों की यात्रा हो जाएगी आसान
05733 कटिहार-अमृतसर त्रैसाप्ताहिक विशेष ट्रेन कटिहार से 22.45 बजे प्रस्थान कर काढागोला, मानसी, खगड़िया, बेगूसराय, बरौनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, सोनपुर, दिघवारा, छपरा, सीवान, मैरवा, देवरिया सदर, गोरखपुर, खलीलाबाद, बस्ती, मनकापुर, गोंडा, बाराबंकी, बादशाहनगर, ऐशबाग, गाजियाबाद, नई दिल्ली, सोनीपत, पानीपत, करनाल, अंबाला, लुधियाना होते हुए अमृतसर पहुंचेगी।
निर्धारित तिथियों पर होकर चलेगी ट्रेनें
वापसी में यह 05734 नंबर से निर्धारित तिथियों पर उपरोक्त रास्ते से होते हुए कटिहार तक पहुंचेगी। इस विशेष गाड़ी में एसएलआरडी का एक, साधारण द्वितीय श्रेणी के सात, शयनयान श्रेणी के 10, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के दो, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का एक और जनरेटर सह लगेज यान के एक कोच सहित कुल 22 कोच लगाए जाएंगे। बता दें कि इन ट्रेनों के आवागमन से दूसरे राज्य में रह रहे बिहार के लोगों के लिए अपने घर आना आसान हो जाएगा। कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में कामगार दूसरे राज्यों में फंस गए हैं। ट्रेनों में भी काफी भीड़ हो रही है। ऐसे में चाहकर भी लोग वापस बिहार नहीं लौट पा रहे हैं। चिंता की एक बात यह भी है कि बड़ी संख्या में बाहर से बिहार आ रहे लोग कोरोना संक्रमित भी आए जा रहे हैं। ज्यादातर महाराष्ट्र से लौटने वाले कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। ऐसे में रेलवे ने कोरोना जांच भी तेज कर दी है। रेलवे स्टेशनों पर बिना जांच के किसी को शहर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।