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Indian Rail News: बरौनी-कटिहार रेलखंड पर ट्रेनों को मिलेगी 130 की रफ्तार, अप्रैल से बढ़ेगी गति

Indian Rail News बरौनी-कटिहार रेलखंड पर अगले साल मई से ट्रेनों की गति बढ़ाये जाने की उम्‍मीद है। अब इस रेलखंड पर ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्‍पीड से दौड़ सकेंगी। कोसी नदी पर नये पुल का निर्माण पूरा होने के बाद कभी भी मिल सकती मंजूरी

By Shubh NpathakEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 07:09 AM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 09:50 AM (IST)
Indian Rail News: बरौनी-कटिहार रेलखंड पर ट्रेनों को मिलेगी 130 की रफ्तार, अप्रैल से बढ़ेगी गति
डीडीयू-झाझा रेलखंड पर बढ़ा दी गई है ट्रेनों की गत‍ि (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)। जागरण

पटना [चंद्रशेखर]। भारतीय रेल (Indian Rail) ट्रेनों की गति को बढ़ाने में लगातार जुटी है। बुलेट, सेमी बुलेट, तेजस और वंदे भारत एक्‍सप्रेस जैसी ट्रेनों के साथ ही पहले से चल रही सभी एक्‍सप्रेस और मेल ट्रेनों की गति भी बढ़ाई जा रही है। इस कड़ी में पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) के बहुत अच्‍छा काम हो रहा है। इस रेलवे जोन के अतंर्गत सभी प्रमुख रेलखंडों पर अगले साल तक अधिकतम गति सीमा को 130 किलोमीटर प्रति घंटा करने की कवायद काफी तेजी से चल रही है। डीडीयू-झाझा (DDU-Jhajha Section) व डीडीयू -धनबाद रेलखंड (DDU-Dhanbad rail section) के रेलवे ट्रैक को बेहतर बना लिया गया है। इस रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की अधिकतम गति अब 130 किमी प्रति घंटा कर दी गई है। वहीं पूर्वोत्तर हिस्से को जोड़ने वाले बरौनी-कटिहार रेलखंड (Barauni-Katihar rail section) के दोहरीकरण (Double rail track) व विद्युतीकरण (Electrification) का काम लगभग पूरा हो चुका है। 180 किमी के इस रेलखंड में 175 किमी तक दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो चुका है।

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कटरिया और कुरसेला के बीच पुल तैयार होते ही मिल जाएगी हरी झंडी

कटरिया (Kataria) और कुरसेला (Kursela) के बीच कोसी नदी पर निर्माणाधीन 915 मीटर लंबे दूसरे रेलपुल के निर्माण कार्य 31 मार्च के पहले पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद मई माह से इस पुल पर  ट्रेनों का परिचालन  शुरू होते ही  बरौनी-कटिहार रेलखंड पर ट्रेनें 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगेंगी। इससे ट्रेनों की गति के साथ  ही ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी। इतना ही नहीं पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए यह वरदान साबित भी होगा। पूर्वोत्तर क्षेत्रों के लिए मालगाड़ियों का परिचालन भी अधिक होने लगेगा। इससे खाद्यान्न समेत अन्य सामग्री को ले जाने में  सहूलियत हो जाएगी। इस रेलपुल के निर्माण पर लगभग 190 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस पुल के 15 गर्डर में 11 का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 31 मार्च तक पुल का निर्माण पूरा हो जाएगा। इसके बाद मई से ट्रेनों का परिचालन 130 किमी की गति से शुरू कर दी जाएगी।

अधिकारी का क्‍या है कहना

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि कटरिया और कुरसेला के बीच कोसी नदी पर 915 मीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य पूरा होने पर इस रेलखंड की परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी । दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। अगले साल मानसून के पहले ही इस पुल से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। इससे बरौनी-कटिहार रेलखंड के दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो जाएगा। पूर्वोत्तर क्षेत्र में खाद्यान्न सामग्री पहुंचाने में भी आसानी होगी। पूर्वोत्तर भारत का उत्तर भारत से रेलसंपर्क में सुधार होगा ।


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