Indian Rail News: गया के पास चाकंद में बना गुड्स यार्ड, आसपास के व्यवसायियों को होगा लाभ
Indian Railway News गया और जहानाबाद के व्यवसायियों के लिए सीमेंट व रासायनिक खाद मंगाना अब हुआ और आसान दानापुर रेल मंडल की ओर से गया के पास चाकंद में बनाया गया अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस गुड्स यार्ड
पटना, जेएनएन। गया व जहानाबाद के साथ ही आसपास के जिलों में सीमेंट और अन्य सामान मंगाने वाले व्यवसायियों के लिए रेलवे ने अच्छी खबर दी है। रेलवे ने इस क्षेत्र के लिए गया जंक्शन से सटे चाकंद रेलवे स्टेशन पर नया गुड्स यार्ड बनाया है। चाकंद रेलवे स्टेशन पटना-गया रेल लाइन पर स्थित है, यह गया जंक्शन से करीब 10 किलोमीटर दूरी पर इस रेलखंड का गया के बाद पहला रेलवे स्टेशन है। यहां नया गुड्स यार्ड बनकर तैयार हो गया है, जहां एक बार में दो रैक को खाली करने की व्यवस्था की गई है।
गया और जहानाबाद में नो इंट्री और जाम के कारण परेशान हाेते थे व्यवसायी
भीषण जाम व भारी वाहनों के नो इंट्री होने से व्यापारियों को सीमेंट अथवा अन्य सामानों का रैक मंगवाने के बाद उसे खाली कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। गुड्स यार्ड से रैक नहीं खाली कराने पर रेलवे की ओर से भारी जुर्माना वसूला जाता था तो नो इंट्री में वाहन ले जाने पर यातायात पुलिस की ओर से अलग से जुर्माना वसूला जा रहा था। व्यापारियों की परेशानियों को देखते हुए रेलवे की ओर से दोनों शहर से हटकर बीचोबीच जाम से बचते हुए गुड्स यार्ड बनाने का प्रस्ताव दिया गया। चाकंद स्टेशन के पास मुख्य सड़क से 100 मीटर किनारे इसके लिए रेलवे की तरफ से जमीन मुहैया कराई गई। बाद में यहीं पर रेलवे की ओर से काफी बड़े क्षेत्र में गुड्स यार्ड बनाया गया। एक साथ दो-दो रैक के खाली करने की व्यवस्था की गई।
गुड्स यार्ड के लिए बनाया गया है करीब पौन किलोमीटर लंबा प्लेटफॉर्म
इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि इस गुड्स यार्ड के लिए 727 मीटर लंबा प्लेटफार्म बनाया गया है। यहां ट्रकों को खड़ी करने के लिए पर्याप्त जगह है। एक साथ पन्द्रह से बीस ट्रक लगाकर माल की अनलोडिंग कराई जा सकती है। चाकंद गुड्स यार्ड में सीमेंट, रासायनिक खाद, नमक, स्टोन चिप्स के साथ ही अन्य खाद्यान्न सामग्री लाए या भेजे जा सकते हैं।
यहां व्यवसायियों को मिलेगी दिन-रात लोडिंग-अनलोडिंग की सुविधा
व्यापारियों को यहां से जहानाबाद, मकदुमपुर, बेला, गया, खिजरसराय, वजीरगंज, हिसुआ, बोधगया, डोभी आदि छोटे-बड़े शहरों में माल ले जाना आसान होगा। यहां दिन-रात माल की लोडिंग व अनलोडिंग की व्यवस्था होगी। वाहन चालकों के लिए शौचालय व स्नानागार भी बनाने की योजना है। इससे ट्रक चालक दिन-रात यहां से माल लोड-अनलोड कर सकेंगे। यहां गुड्स यार्ड बनने से आसपास के क्षेत्रों के सैकडों मजदूरों व बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। इससे इस क्षेत्र का भी विकास होगा।