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रिजल्ट घोटाले में सामने आए कई चौंकाने वाले तथ्य, पुलिस भी हैरान

रिजल्ट घोटाले में परत-दर-परत खुलते जा रहे हैं। सोमवार को इसमें कुछ एेसे तथ्य सामने आए हैं जिसे जानकर पुलिस भी हैरान है। इसके तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हैं।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 09 Aug 2016 12:14 PM (IST)Updated: Tue, 09 Aug 2016 09:37 PM (IST)
रिजल्ट घोटाले में सामने आए कई चौंकाने वाले तथ्य, पुलिस भी हैरान

पटना [जेेएनएन]। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से घोटाले और फर्जीवाड़ा उजागर होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बार फर्जी टेंडर निकाल गुजरात की प्रिटिंग कंपनी से आठ करोड़ छप्पन लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है।

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कंपनी की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मामले में तत्कालीन बोर्ड अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद, सचिव हरिहर नाथ झा, स्टोरकीपर विकास समेत कई लोगों पर प्राथमिकी की गई है।

असली टेंडर मिला था मथुरा को

सूत्रों के मुताबिक बोर्ड की ओर से कॉपियों का असली टेंडर मथुरा की कंपनी को दिया गया, जबकि नकली टेंडर देकर गुजरात के अहमदाबाद की कंपनी से फर्जीवाड़ा किया गया। परीक्षा के पूर्व ही 24 ट्रक से अधिक उत्तर पुस्तिका गुजरात की प्रिंटिंग कंपनी से मंगा ली गई। इसमें करीब चार लाख से अधिक रुपये की उत्तर पुस्तिका विकास ने अपने गोदाम पर मंगा ली।

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विकास ने जारी कराया था टेंडर

अहमदाबाद की प्रिंटिंग कंपनी बिंदिया इंटरप्राइजेज को फर्जी टेंडर के मामले में स्टोरकीपर विकास की बड़ी भूमिका सामने आ रही है। विकास ने किसी और नाम से फर्जी ई मेल तैयार किया था और इसी ई-मेल के जरिए कंपनी के मालिक को टेंडर की जानकारी लीक की थी। फिर फर्जी तरीके से कंपनी को टेंडर भी जारी करवा दिया।

गुजरात से भेजी गई थी कॉपी

टेंडर जारी होने के बाद कंपनी ने करीब 24 ट्रक इंटरमीडिएट की उत्तर-पुस्तिका भेजी। इन उत्तर पुस्तिकाओं को विकास ने जीरो माइल के पास एक गोदाम के पते पर मंगाया था। जब पेमेंट का टाइम आया तो कंपनी के मालिक को विकास गोल-मोल जवाब देने लगा। कंपनी ने छानबीन की तो पता चला कि जो टेंडर मिला था, वह फर्जी था। असली टेंडर मथुरा की कंपनी को दिया गया था।

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और भी कॉलेजों में फर्जीवाड़ा

एसआइटी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। विशुन राय जैसे और भी कॉलेज अब जांच के घेरे में आ सकते हैं। जब मथुरा की कंपनी पूरे बिहार में इंटरमीडिएट की कॉपी सप्लाई कर रही थी, तो गुजरात की कॉपी कहां गई? एसआइटी के एक अधिकारी की मानें तो हो सकता हो कि विशुन राय कॉलेज की अभ्यर्थियों से दूसरी कॉपी लिखवाने के लिए यह खेल किया गया हो।

कहा डीएसपी, कोतवाली ने

गुजरात की कंपनी द्वारा फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज किया गया है। कागजात के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

डॉ.शिब्ली नोमानी, डीएसपी कोतवाली


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