Move to Jagran APP

सीएम के गृह जिले नालंदा में युवक को न्‍याय का इंतजार, तीन वर्ष पूर्व पंचायत ने बता दिया था चोर

बिना कोई ठोस सबूत के पंचों ने एक बेगुनाह को गुनाहगार बना दिया। पंचों के इस तरह के फैसले से संवैधानिक प्रक्रिया भी तार-तार हुई है। सालों से अबतक बेगुनाह न्याय के लिए भटक रहा पर न्याय नहीं मिला। पीड़ित युवक ने एसपी से गुहार लगाई है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 10:16 AM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 10:16 AM (IST)
सीएम के गृह जिले नालंदा में युवक को न्‍याय का इंतजार, तीन वर्ष पूर्व पंचायत ने बता दिया था चोर
नालंदा में पंचायत का तुगलकी फरमान। सांकेतिक तस्‍वीर

सिलाव (नालंदा), संवाद सूत्र। बिना कोई ठोस सबूत के पंचों ने एक बेगुनाह को गुनाहगार बना दिया। पंचों के इस तरह के फैसले से संवैधानिक प्रक्रिया भी तार-तार हुई है। सालों से अबतक बेगुनाह न्याय के लिए भटक रहा पर न्याय नहीं मिला। पीड़ित युवक ने एसपी से गुहार लगाई है। वसूला गया रकम वापस लौटाने की मांग की है। मामला सिलाव प्रखंड क्षेत्र की पवाडीह पंचायत अंतर्गत चमरडीहा गांव का है। इस गांव के मिश्री यादव का ट्रैक्टर की चोरी बीते वर्ष दीपाली की रात में हुआ था। इस चोरी का आरोप में उसी गांव के पंकज कुमार को पुरानी खुन्नस को लेकर जान बूझकर फंसाया गया।

prime article banner

ट्रैक्‍टर चोरी का आरोप लगा पंचों ने वसूला जुर्माना

आवेदन में कहा गया है चोरी की घटना के बाद गांव के ही बल्लम चौधरी के इशारे पर ट्रैक्टर चोरी का आरोप  उसपर लगा दिया गया था। इसके बाद पंचायत बैठी। इसमें उसे चोर करार दे दिया गया। पंचायत में तीन लाख का जुर्माना ठोंक दिया गया। पंकज की हर सफाई अनसुनी कर दी गई। दबंगता के आगे मजबूर होकर पंकज ने कर्ज लेकर पंचायत के समक्ष तीन लाख जुर्माना दिया। लेकिन कुछ दिनों बाद पंकज को पता चला कि चोरी का ट्रैक्‍टर मिल गया है। चोर को पकड़ लिया गया है।

चोर पकड़ाने के बाद से लगा रहा चक्‍कर  

इसके बाद पंकज ने पंचों को अपनी बेगुनाही बताते हुए पैसे वापस दिलाने की आरजू-मिन्‍नत करता रहा। लेकिन पंचों ने उसकी बातों को दरकिनार कर दिया।  पीड़ित ने इसके बाद थाने का चक्‍कर लगाया। लेकिन हर बार बस पुराना आश्‍वासन देकर पुलिस उसे टालती रही। युवक अक्‍सर थाने जाता है लेकिन उसे निराश लौटना पड़ता है। अब थक हार कर युवक ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित युवक बताता है कि जिस समय पंचायत लगी तो पंच में गांव के लोगों के साथ मुखिया दिनेश, जिला पार्षद सतेंद्र पासवान शामिल थे। जब मैं इनलोगों से पैसा लौटाने की विनती की तो ये बस टालमटोल करते रहे। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.