Move to Jagran APP

बिहार के जिस गोदाम में पकड़ी गई थी शराब की बड़ी खेप, अब वहां खुलेगा पटना का बाईपास थाना

पटना के बाईपास थाने का संचालन अब उसी गोदाम में होगा जहां से शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। गोदाम में थाने की शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। इस भवन के बाहर थाने का बोर्ड दिखेगा।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 10:29 AM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 10:29 AM (IST)
बिहार के जिस गोदाम में पकड़ी गई थी शराब की बड़ी खेप, अब वहां खुलेगा पटना का बाईपास थाना
शराब की गोदाम में चलेगा बाइपास थाना। प्रतीकात्‍मक फोटो

जागरण संवाददाता, पटना। जिस गोदाम में सबसे बड़ी शराब की खेप पकड़ी गई थी, अब उसमें बाईपास थाने का बोर्ड दिखेगा। अस्थायी दो कमरे में चल रहे इस थाने को गोदाम में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शासनादेश भी पुलिस अधिकारी तक पहुंच चुका है। हालांकि, गोदाम में स्थायी निर्माण कार्य नहीं होगा। पहले से जिस अस्थायी कमरे में थाना चल रहा था उसका बोर्ड अब गोदाम के बाहर लगा दिया जाएगा। इसमें सिपाही के रहने से लेकर जब्त वाहन तक रखे जाएंगे। हालांकि, पुराने थाने में भी पुलिस काम करती रहेगी। 

loksabha election banner

पहले मंदिर परिसर में फिर गैरमजरुआ जमीन पर खुला थाना 

बाईपास थाना क्षेत्र पहले चौक थाना क्षेत्र में ही आता था। वर्ष 2007 में बाईपास और बहादुरपुर थाना खोला गया। तबसे बाईपास थाना वहीं मंदिर के कैंपस के दो कमरे में चल रहा था। 350वें प्रकाश पर्व के दौरान मंदिर से सौ मीटर की दूरी पर गैरमजरुआ जमीन पर थाने को शिफ्ट कर दिया गया। अस्थायी दो कमरे में यह थाना तभी से चल रहा है। अब थाने में जगह नहीं है। 

शराब माफिया और शरण देने वालों को संदेश 

31 जनवरी की रात बाईपास थाने से करीब पांच सौ मीटर दूरी पर भूसा के नाम पर किराये पर लिए गए निजी गोदाम पर उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी की। गोदाम में अब तक की सबसे बड़ी शराब की खेप मिली। गोदाम में खड़े ट्रक पर भी शराब लोड था। शराब के बोतलों की गिनती करने में चौबीस घंटे लग गए। करीब दो करोड़ की शराब जब्त हुई और आधा दर्जन से अधिक तस्कर से लेकर माफिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। उत्पाद विभाग ने गोदाम को सील कर दिया।  

नप गया पूरा थाना, कई पुलिसकर्मियों पर गाज 

मामले में बाईपास थाने के तत्कालीन थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया। इसके पूर्व भी जक्कनपुर, बेउर, गौरीचक का पूरा थाना ही नप चुका है। अप्रैल 2016 से जनवरी 2021 तक दो लाख से अधिक कांड दर्ज हुए। 37 हजार गाडिय़ां जब्त हुईं। मामले में करीब पांच सौ पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। 60 से अधिक पुलिसकर्मी नौकरी गवां बैठे, जबकि कई पुलिस पदाधिकारी और जवानों की गिरफ्तारी भी हुई। पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गोदाम में अस्थायी थाना खोलने के आदेश मिल चुका है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.