बड़े बदलाव के दौर में पटना म्यूजियम
पटना की शान कहा जाना वाला पटना म्यूजियम कुछ दिनों में सूना हो जाने वाला है।
पटना। पटना की शान कहा जाना वाला पटना म्यूजियम कुछ दिनों में सूना हो जाने वाला है। जिस पटना म्यूजियम में लोग अलग-अलग तरह की चीजें देखने के लिए और अपने इतिहास को जाने के लिए आया करते हैं, उसमें बहुत बड़ा बदलाव होने जा रहा है। पटना म्यूजियम अब दो भागों में बांटने वाला है। पटना म्यूजियम में 1764 के समय की सारी साम्रगी अब बिहार म्यूजियम की शोभा बनने वाली है। वहां काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि आने वाले 18 अक्टूबर को पटना म्यूजियम की सब से पुरानी मूर्ति यक्षिणी बिहार म्यूजियम चली जाएगी।
क्या बचेगा यहां खास
सब कुछ चले जाने के बाद भी यहां कुछ ऐसे चीजें बचेगी जो लोगो को अपनी तरफ लोगो को आकर्षित करते रहेगी। एक तरह थॉमस डेनियल एवं विलियम डेनियल की एक फोटो गैलेरी लगने वाली है। इस गैलरी की खासियत होती है कि इसमें वैसे पेंटिंग रखी जाएगी जो एक समय में डेनियल भाइयों की फोटोग्राफी हुआ करती थी। इसके साथ ही यहां पोटरी गैलरी भी खुलने वाली है, जिसमें मोहनजो दारो से लेकर गुप्त वंश तक के समय में जो मिट्टी के बर्तनों की भी प्रदर्शनी करवाई जाएगी, जिससे लोगों को पता चला कि उस समय में लोग कैसे बर्तनों का उपयोग करते है। इसके साथ ही यहां टेराकोटा, राजेन्द्र प्रसाद की गैलरी, राहुल सांस्कृत्यायन गैलरी, अभिलेख गैलरी आदि को भी नया रूप दिया जाएगा।