बिहार महागठबंधन की पक गई खिचड़ी, 40 में से 40 सीटों पर जीत की बनी रणनीति
एनडीए के बाद अब बिहार महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग का दबाव है। इसे लेकर घटक दलों की अहम बैठक हो गई है। बस अब खुलासा होना बाकी है। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें यह खबर।
By Amit AlokEdited By: Published: Mon, 07 Jan 2019 09:30 AM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 08:14 AM (IST)
पटना [जेएनएन]। सीट बंटवारे के लिए महागठबंधन के घटक दल पूरी तरह एक्टिव हो गए हैं। महागठबंधन के महत्वपूर्ण नेताओं की बैठक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर हुई। कहा जा रहा है कि कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा और किसके पास कितने दमदार उम्मीदवार हैं, ये सब बातें लगभग तय हो गई हैं। केवल घोषणा होना बाकी है। महागठबंधन नेताओं की मानें तो खरमास के बाद इसका खुलासा कर दिया जाएगा।
बैठक में ये रहे शामिल
महागठबंधन में समन्वय समिति की औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से तेजस्वी यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) प्रमुख जीतनराम मांझी एवं वीआइपी से मुकेश सहनी मौजूद रहे।
बैठक के बाद बोले तेजस्वी
बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने बताया कि विपक्षी एकता एवं चुनाव को लेकर बात हुई। इसके फैसलों का खुलासा खरमास बाद कर दिया जाएगा। रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बैठक का एजेंडा यही था कि महागठबंधन बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटें कैसे जीते। उन्होंने कहा कि विपक्ष चुनाव में मजबूती से उतरेगा। हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी कहा कि बैठक में जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया। इसकी स्ट्रैटजी की घोषणा खरमास (14 जनवरी) के बाद कर दी जाएगी।
महागठबंधन में सीट शेयरिंग का दबाव
भाजपा-जदयू और लोजपा में सीट बंटवारे के बाद महागठबंधन के घटक दलों पर भी जल्द से जल्द सीट बांटने का दबाव पड़ रहा है। इस दौरान रांची में राजद प्रमुख लालू प्रसाद से घटक दलों के प्रमुख नेताओं की कई दौर की बात-मुलाकात से बहुत हद तक तस्वीरें साफ हो गई हैं।
घटक दलों के बीच समग्रता में मंथन
माना जा रहा है कि राजद की ओर से लालू प्रसाद ने धुंध हटा दिया है। कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल एवं मदन मोहन झा ने भी अपने स्तर से सीटों का आकलन कर लिया है। मांझी और कुशवाहा की ओर से पांच-पांच सीटों की दावेदारी की जा चुकी है। महागठबंधन में हाल में आए मुकेश सहनी ने भी अपेक्षाओं का इजहार कर दिया है। ऐसे में सभी घटक दलों के प्रतिनिधियों की समग्रता में मंथन जरूरी है। सोमवार की बैठक इसी की कड़ी रही।
बैठक में ये रहे शामिल
महागठबंधन में समन्वय समिति की औपचारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से तेजस्वी यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) प्रमुख जीतनराम मांझी एवं वीआइपी से मुकेश सहनी मौजूद रहे।
बैठक के बाद बोले तेजस्वी
बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने बताया कि विपक्षी एकता एवं चुनाव को लेकर बात हुई। इसके फैसलों का खुलासा खरमास बाद कर दिया जाएगा। रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बैठक का एजेंडा यही था कि महागठबंधन बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटें कैसे जीते। उन्होंने कहा कि विपक्ष चुनाव में मजबूती से उतरेगा। हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी कहा कि बैठक में जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया। इसकी स्ट्रैटजी की घोषणा खरमास (14 जनवरी) के बाद कर दी जाएगी।
महागठबंधन में सीट शेयरिंग का दबाव
भाजपा-जदयू और लोजपा में सीट बंटवारे के बाद महागठबंधन के घटक दलों पर भी जल्द से जल्द सीट बांटने का दबाव पड़ रहा है। इस दौरान रांची में राजद प्रमुख लालू प्रसाद से घटक दलों के प्रमुख नेताओं की कई दौर की बात-मुलाकात से बहुत हद तक तस्वीरें साफ हो गई हैं।
घटक दलों के बीच समग्रता में मंथन
माना जा रहा है कि राजद की ओर से लालू प्रसाद ने धुंध हटा दिया है। कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल एवं मदन मोहन झा ने भी अपने स्तर से सीटों का आकलन कर लिया है। मांझी और कुशवाहा की ओर से पांच-पांच सीटों की दावेदारी की जा चुकी है। महागठबंधन में हाल में आए मुकेश सहनी ने भी अपेक्षाओं का इजहार कर दिया है। ऐसे में सभी घटक दलों के प्रतिनिधियों की समग्रता में मंथन जरूरी है। सोमवार की बैठक इसी की कड़ी रही।
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