बिहार में लॉकडाउन-4 के बाद खुलेंगे पार्क तो खिलेंगे बच्चों के चेहरे, जमकर होगी धमा चौकड़ी
बिहार में नौ जून से अनलॉक की उम्मीद की जा रही है। हालांकि अनलॉक धीरे-धीरे ही होगा। यदि अनलॉक के दौरान पार्को को खुलने की छूट मिली तो घर में बोर हो रहे बच्चे खिल उठेंगे। फिलहाल पटना प्रमंडल के सभी पार्क बंद है। आगे तैयारी की जा रही है
पटना, जागरण संवाददाता। बिहार में पांच मई से लॉकडाउन है। इस दौरान स्कूल, कॉलेज के साथ पार्क, जिम और स्टेडियम आदि भी पूरी तरह बंद हैं। बच्चे घर में बोर हो रहे हैं। आगामी आठ जून को लॉकडाउन-4 समाप्त हो जाएगा। इसके बाद नौ जून से बिहार सरकार लॉकडाउन को कुछ छूट के साथ जारी रखने या अनलॉक की घोषणा कर सकती है। हालांकि अनलॉक धीरे-धीरे ही होगा। यदि पार्को को खुलने की छूट दी गई तो घर में बोर हो रहे बच्चे मस्ती कर सकेंगे। लॉकडाउन में भले ही पटना प्रमंडल के पार्क बंद है, लेकिन रख-रखाव पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में एमआइजी कॉलोनी स्थित पार्क जल्द ही नए लुक में दिखेगा। इस पार्क के सौंदर्यीकरण का काम तेजी से किया जा रहा है। पार्क में पाथ-वे, बेंच, जिम, शेड, झूले लगाए जा रहे हैं। इस पार्क का काम लगभग पूरा हो चुका है। पार्क में बने पाउंड की मरम्मत भी की गई है। ऐसे में पार्क के खुलने पर सुविधाएं पाकर बच्चों के चेहरे खिल जाएंगे।
नए झूले से होगा बच्चों का स्वागत
पार्क में बच्चों के लिए नए झूले भी लगाए जा रहे हैं। लॉकडाउन के बाद पार्क के खुलते ही बच्चों का नए झूले से स्वागत होगा। पार्क के चारों तरफ पौधे भी लगाए जा रहे हैं। एलईडी लाइट भी लगाई गई है। पार्क के समतलीकरण का काम भी किया जा रहा है। राम सुंदर पार्क, एंचआइजी पार्क, प्रोफेसर पार्क में भी बच्चों के लिए नए झूले लगाए जा गए हैं। पार्कों में लगे नए झूले बच्चों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं।
सैंड स्टोन से निर्मित झोपड़ी से बढ़ी खूबसूरती
एमआइजी पार्क में सैंड स्टोन से निर्मित झोपड़ी और बेंच भी लगाए गए हैं, जो खूबसूरती बढ़ा रही है। सैंड स्टोन से बनी झोपड़ी और बेंच के सारे सामान राजस्थान से मंगाए गए हैं। खूबसूरत होने के साथ-साथ बेहद ही मजबूत भी हैं।