बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई पटनावासियों की परेशानी, सर्दी-खांसी से बढ़ सकता है फ्लू का प्रकोप
देश के पश्चिमोत्तर से आने वाली बर्फीली हवाओं की गति में तेजी आने से वर्तमान में प्रदेश का वातावरण ठिठुर ने लगा है। लोग घरों में दुबके हुए हैं। राजधानी के पार्कों एवं मैदानों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
जागरण संवाददाता पटना: देश के पश्चिमोत्तर से आने वाली बर्फीली हवाओं की गति में तेजी आने से वर्तमान में प्रदेश का वातावरण ठिठुर ने लगा है। लोग घरों में दुबके हुए हैं। गुरुवार को राजधानी के पार्कों एवं मैदानों में सन्नाटा पसरा हुआ है। आवश्यक कार्यों से ही लोग सड़कों पर भी निकल रहे हैं । ठंड का असर आम जनजीवन पर व्यापक रूप से देखा जा रहा है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में पश्चिम से आने वाली बर्फीली हवाओं की गति में तेजी आई है। वर्तमान में 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जिससे बिहार समेत पूरा उत्तर भारत भीषण ठंड की चपेट में है। उधर, हिमालय पर हो रही जमकर बर्फबारी भी देश के मैदानी भाग को प्रभावित कर रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस तरह की स्थिति अगले एक हफ्ते तक बने रहने की उम्मीद है। बर्फीली हवाओं के कारण फिलहाल प्रदेश का आकाश एकदम साफ है। इसलिए दिन में अच्छी धूप निकलेगी, जिससे दोपहर तक लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन सूर्यास्त के बाद तापमान में एक बार फिर भारी गिरावट आएगी। वर्तमान में राजधानी का अधिकतम तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह रहा है, जो लगभग सामान्य के करीब है। वहीं न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह रहा है। राजधानी की हवा में वर्तमान में 80 से 90 फीसद तक आद्रता दर्ज की जा रही है । मौसम विज्ञानियों का कहना है कि वर्तमान में लोगों को ठंड से बेहद सावधान रहने की जरूरत है। इस मौसम में लोगों की जरा सी लापरवाही बीमार बना सकती है।
फ्लू का बढ़ेगा प्रकोप
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि वर्तमान मौसम में सर्दी खांसी एवं फ्लू का प्रकोप बढ़ सकता है। वहीं दूसरी ओर पीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि वर्तमान मौसम में बच्चों को लेकर अभिभावकों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है। बच्चों को फिलहाल सुबह में घरों से बाहर न जाने दें। बाहर मैदानों का तापमान काफी गिरा हुआ है। ऐसे में बच्चे सुबह में मैदानों में खेलते वक्त ठंड की चपेट में आसानी से आ सकते हैं। उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार की शिकायत हो सकती है। घरों में भी बच्चों को गर्म कपड़ा में ही रखें। कोशिश करें कि जिस कमरे में बच्चे रह रहे हैं उसका वातावरण गर्म हो इसके लिए हीटर आदि का उपयोग किया जा सकता है। फिलहाल बच्चों के खान-पान को लेकर भी अभिभावक सतर्क रहें। पानी की आस-पास तो बच्चों को कतई ना भटकने दें। इससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
बुजुर्गों का भी रखें खास ख्याल
पीएमसीएच के हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अशोक कुमार का कहना है कि वर्तमान मौसम बुजुर्गों के लिए भी अत्यंत खतरनाक है। बुजुर्गों की जरा सी लापरवाही उनको बीमार बना सकती है। ऐसे में वातावरण में पर्याप्त गर्मी होने के बाद ही बुजुर्ग घरों से बाहर टहलने निकले। वातावरण में ज्यादा ठंड होने पर उन्हें घर से निकलना सुरक्षित नहीं है। खासकर बीपी के मरीजों को तो वर्तमान में बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है। बीपी के मरीज घर से बाहर निकलते समय भी जेब में दवा अवश्य रखें। उन्हें जहां भी असुविधाजनक महसूस हो वह दवा का उपयोग कर सकते हैं। सूर्यास्त के बाद बुजुर्ग बीपी के मरीज घर से बाहर कतई ना रहे।