बिहारः पति की गलत हरकतों के विरोध पर दो मासूमों संग पत्नी को घर से निकाला, रातभर दरवाजे पर रही बैठी
बिहार के बक्सर में एक विवाहिता को उसके दो मासूम बच्चों के साथ ससुरालियों ने घर से बेघर कर दिया। महिला पूरी रात घर से बाहर रही लेकिन परिवार वालों को जरा भी दया नहीं आई। बाद थाने से मामला शांत हुआ।
जागरण संवाददाता, बक्सर: नगर थाना क्षेत्र की वीर कुंवर सिंह कालोनी में एक विवाहिता को उसके दो मासूम बच्चों के साथ ससुरालियों ने घर से बेघर कर दिया। महिला पूरी रात घर से बाहर रही लेकिन परिवार वालों को जरा भी दया नहीं आई। बाद में इस बात की जानकारी पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह को दी गई, जिसके बाद उनके निर्देश पर नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार तथा महिला थानाध्यक्ष नीतू प्रिया दलबल मौके पर पहुंची और दरवाजा खुलवाने का प्रयास शुरू किया लेकिन, घर वालों का दिल नहीं पसीजा और दरवाजा नहीं खोला गया।
अल सुबह तकरीबन तीन बजे तक यह ड्रामा चलता रहा। बाद में पुलिस महिला तथा उसके दो मासूम बच्चों को लेकर महिला थाने में चली आई और शरण दिया। बाद में महिला के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी की जाने लगी, इसी बीच ससुराल वाले थाने पहुंचे और और मामले में सुलह का प्रयास शुरू कर दिया। घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए विवाहिता सोनम सिंह ने बताया कि, शादी वर्ष 2014 में रामोबारिया के मूल निवासी व वर्तमान में वीर कुंवर सिंह कालोनी के रहने वाले उपेंद्र बहादुर सिंह के बड़े पुत्र विकास सिंह के साथ हुई थी। इस शादी से उनके दो बच्चे हुए, जिनमें एक बेटी की उम्र छह साल और एक बेटे की उम्र तीन साल है।
पीड़िता का कहना है कि उसके पति का किसी दूसरी औरत के साथ संबंध है, इस बात का उसने विरोध किया तो उसके साथ ससुर, देवर व पति ने मिलकर उसके साथ मारपीट की। देवर प्रभाष सिंह ने उनका सिर फोड़ दिया था। उनके सिर में आठ टांके लगे थे। इस प्रताड़ना से तंग आकर उसने आत्महत्या की कोशिश की लेकिन, पुलिस वालों ने उसे उस वक्त बचा लिया। बाद में सुलह-समझौता कर उसे फिर ससुराल भेजा गया लेकिन, प्रताड़ना का दौर जारी रहा। उसने ससुराल वालों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बाद में विवाहिता गया जिले में स्थित अपने मायके में रह रही थी। इधर, तकरीबन डेढ साल बाद बुधवार को एक बार फिर उसके मायके वाले उसे लेकर उसके ससुराल वीर कुंवर सिंह कालोनी पहुंचे जहां मायके वालों के सामने ससुराल वालों ने पहले उसे खुशी-खुशी घर में रहने की अनुमति दे दी लेकिन, जैसे ही मायके वाले बक्सर से विदा हुए उन्होंने रात तकरीबन 9 बजे उसे दो मासूमों के साथ घर से बाहर निकाल दिया। घटना के संदर्भ में पूछे जाने पर महिला थानाध्यक्ष ने बताया कि वरीय अधिकारी के निर्देश पर वे लोग वीर कुंवर सिंह कालोनी पहुंचे लेकिन, काफी देर तक दरवाजा पीटने के बावजूद महिला के ससुराल वालों ने दरवाजा नहीं खोला। विवाहिता को महिला थाने में ले आया गया। बाद में ससुराल वाले भी थाने में पहुंचे और उनके द्वारा महिला को घर ले जाने पर रजामंदी के बाद महिला को कागजी कार्रवाई कर उसके ससुराल भेजा गया।