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लैब बंद होने से बीपी-शुगर के मरीजों की जांच पर आफत, सैकड़ों लोगों को हो रही परेशानी

कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर इलाज तो कर रहे हैं मगर पैथोलॉजी लैब बंद होने से जांच नहीं हो पा रही। इससे बड़ी संख्या में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2020 10:42 AM (IST)Updated: Mon, 20 Apr 2020 10:42 AM (IST)
लैब बंद होने से बीपी-शुगर के मरीजों की जांच पर आफत, सैकड़ों लोगों को हो रही परेशानी
लैब बंद होने से बीपी-शुगर के मरीजों की जांच पर आफत, सैकड़ों लोगों को हो रही परेशानी

पटना, जेएनएन। कोरोना से जंग के बीच सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर इलाज तो कर रहे हैं मगर पैथोलॉजी लैब बंद होने से जांच नहीं हो पा रही। खासकर, मधुमेह, हाइपरटेंशन, किडनी जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीज ज्यादा परेशान हैं। अस्पताल के डॉक्टर भी सामान्य परामर्श देकर जांच रिपोर्ट लाने को कह रहे।

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पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में सरकारी पैथोलॉजी लैब तो है, मगर कोरोना के कारण यहां सिर्फ इमरजेंसी मरीजों की ही जांच हो रही है। ओपीडी के मरीजों की जांच फिलहाल बंद है। पीएमसीएच की ओपीडी में हर दिन औसतन दो सौ और इमरजेंसी में 300 के करीब इलाज कराने पहुंच रहे हैं। इमरजेंसी रोगियों की आवश्यक जांचें तो यहां हो रही हैं लेकिन ओपीडी रोगियों को बाद में आने को कहा जा रहा है। इस बाबत पूछे जाने पर अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने बताया कि क्लीनिकल पैथलॉजी में यदि ऐसी समस्या हो रही है तो सोमवार से उसका समाधान कराया जाएगा।

इंडोक्राइन के सुपरस्पेशियलिटी गार्डिनर हॉस्पिटल में लॉकडाउन के बावजूद हर दिन सौ के करीब रोगी पहुंच रहे हैं। इनमें भी अधिसंख्य बीपी, शुगर, हृदय रोग और सर्दी-खांसी के रोगी होते हैं। चिकित्सा निदेशक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरे और पैथालॉजिस्ट के चलंत मेडिकल टीम में शामिल होने से अभी केवल बीपी व शुगर की ही जांच हो रही है।

15 दिन में कराता था जांच

बुद्धा कॉलोनी निवासी रामाश्रय प्रसाद कहते हैं, इसुंलिन चलने के कारण हर 15 दिन में शुगर की जांच करानी होती है। तबीयत बिगडऩे पर मशीन से जांच कर चिकित्सक से बात की तो उन्होंने खानपान से नियंत्रण करने की बात कह कर लॉकडाउन खत्म होने पर जांच कराकर आने को कहा है। संक्रमण का खतरा होने के कारण बाहर जा नहीं सकता है जो घर से कलेक्शन लेने आता था उसने पैथलॉजी लैब बंद कर दी है।

किडनी रोगी हूं, फूलने लगी सांस

एसके पुरी निवासी 70 वर्षीय हरेराम शर्मा कहते हैं, मैं किडनी रोगी हूं। शुगर लेवल अक्सर बदलता रहता है। लंबे समय से हर हफ्ते जांच करा कर दवा डोज निर्धारित कराता रहता था। एक माह से न तो जांच हुई और न ही दवा डोज फिक्स की गई। इससे सांस फूलने लगी है। 

खोले जाएंगे निजी पैथोलॉजी सेंटर

सिविल सर्जन डॉ. राज किशोर चौधरी ने कहा कि चलंत मेडिकल टीम में पैथालॉजिस्ट की ड्यूटी से कुछ समस्या हुई है। निजी पैथोलॉजी सेंटर को खोलने को कहा गया है पर संक्रमण की आशंका से वे खुद ही लैब नहीं खोल रहे हैं।  

सामान्य जांच जो डॉक्टर लिखते हैं

- कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी)

- किसी भी संक्रमण पर यूरीन कल्चर।

- हृदय रोगियों के लिए लिपिड प्रोफाइल।

- मधुमेह मरीजों की पीपी और फॉस्टिंग शुगर का लेवल


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