Bihar Human Chain: कभी न टूटने का संकल्प लिए हाथ से मिले हाथ, गांधी मैदान से जुड़ा पूरा बिहार
जल-जीवन-हरियाली नशामुक्ति बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के लिए पटना व बिहार के अन्य जिलों में मानव शृंखला बनाई गई। इस दौरान हाथ में हाथ थामे लोगों का उत्साह देखते बना।
पटना, जेएनएन। मन में संकल्प है और हाथ में हाथ। जल-जीवन-हरियाली, नशामुक्ति, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के लिए रविवार को छुट्टी नहीं एकता दिखाने का दिन रहा। पटना व बिहार के अन्य राज्यों में सबसे बड़ी मानव शृंखला बनाई गई।
बिहार की राजधानी में 772 किलोमीटर लंबी मानव शृंखला में लोगों का उत्साह देखते ही बना। ये चेन कभी न टूटने वाले संकल्प की थी। मानव शृंखला के दौरान पटना जिला भोजपुर, सारण, वैशाली, बेगूसराय नालंदा, जहानाबाद और अरवल से मिल गया। यहां से होते हुए 38 जिलों की सीमा तक मानव शृंखला पहुंची।
राज्य में 16500 किलोमीटर, पटना प्रमंडल में 2700 किलोमीटर तथा पटना जिले में 772 किलोमीटर लंबी शृंखला बनाई गई। गांधी मैदान से चारों दिशाओं में निकलीं टहनियां राज्य के सभी क्षेत्रों तक पहुंचीं। गांधी
हर चौराहे पर दिखी मानव शृंखला 2020 की पेंटिंग
पटना जिले में 708 किलोमीटर लंबी मानव शृंखला बनाई गई। इसमें 18 लाख लोगों ने भाग लिया। मेन रूट राजेंद्र पुल (मोकामा) से कोईलवर पुल (बिहटा) तक कुल 167 किमी थी। सब रूट 256 किमी तथा अन्य रूट 285 किमी रही। हर किमी पर एक सेक्टर बनाया गया था।
यहां एक सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। 200-200 मीटर पर सब सेक्टर बनाया गया था। यहां एक को-ऑर्डिनेटर एवं एक सब को-ऑर्डिनेटर तैनात रहे।
हर किलोमीटर पर दो जल-जीवन हरियाली का बैनर दिखता रहा। चौराहों पर मानव शृंखला 2020 की पेंटिंग देखने को मिली।
पटना के संपतचक प्रखंड में काफी उत्साह के बीच मनाया गया संपतचक प्रखंड अंतर्गत इलाहीबाग पेट्रोल पंप से गौरीचक पुनपुन नदी पुल तक और बरहमपुर से चीपुरा मोर तक मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया। इसमें प्रखंड अंतर्गत सभी विद्यालयों के बच्चे, जीविका दीदी समेत सभी विभागों के पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
राजधानी के साथ आरा, बक्सर, जहानाबाद, गोपालगंज, सिवान, छपरा, नालंदा, शेखपुरा, वैशाली और बेगूसराय में भी लोग हाथ से हाथ मिला खड़े रहे। हर जगह लोगों के बीच काफी उत्साह देखने को मिला।
नालंदा में बनी मानव श्रृंखला के दौरान कारगिल चौक पर बेटी बचाओ का बैनर लगाए बच्चे।
छपरा में बनाई गई मानव श्रृंखला के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुति देते स्कूली छात्र।
बक्सर में मानव शृंखला में एक दूसरे के हाथ पकड़ीं छात्राएं।
जहानाबाद में एक दूसरे का हाथ थामे लोग।
सिवान में मानव शृंखला बनाकर कतारबद्ध स्कूली बच्चे।
पटना जिले में 42 एम्बुलेंस कही तैयार
मानव शृंखला के दौरान किसी प्रकार की स्वास्थ्य आकस्मिकता से निबटने के लिए 42 एम्बुलेंस में चिकित्सक जीवन रक्षक दवाओं के साथ तैनात रहे। सभी एम्बुलेंस को नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र, सरकारी अस्पताल व निजी नर्सिंग होम से जोड़ दिया गया था। पीएमसीएच, एनएमसीएच, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल, आइजीआइएमएस, गार्डिनर रोड अस्पताल को अलर्ट मुद्रा में रहने का निर्देश दिया गया था।
पेयजल की जगह-जगह रही व्यवस्था
मानव शृंखला के दौरान पेयजल की भरपूर व्यवस्था रही। टैंकर, वाटर एटीएम, ड्रम में जगह-जगह पानी की व्यवस्था की गई थी।
ऊंचे भवनों से होती रही निगरानी
मुख्य समारोह गांधी मैदान में कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ। इसकी निगरानी सीसीटीवी से की गई। ऊंची इमारतों पर दूरबीन के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। बिस्कोमान, मौर्यालोक, स्टेट बैंक, एसके मेमोरियल हॉल, पुलिस ऑफिस भवन, रेड क्रॉस भवन, मोना सिनेमा हॉल, उद्योग भवन, रिजर्व बैंक भवन, होटल पनास, टयून टावर पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। गांधी मैदान की एंटी-सबोटाज जांच की गई। इसके साथ ही बम निरोधक एवं स्वान दस्ता भी तैनात किया गया।